अररिया 13 फरवरी(हि.स.)। हरियाणा से दुल्हन को लेने पहुंचा दुल्हा का अपने साथ विदा करके दुल्हन काे ले जाने का सपना चकनाचूर हो गया। दुल्हा कुर्साकांटा सुन्दरनाथ मंदिर से शादी के मंडप से सीधे थाना पहुंच गया।मामला बुधवार की रात कुर्साकांटा कुआड़ी थाना क्षेत्र के सुन्दरनाथ मंदिर का।दुल्हन सिकटी के पड़रिया गांव की थी। शादी से पहले की सारी रस्म गांव में पूरी होने के बाद शादी के जोड़े में दुल्हा और दुल्हन सिंदूरदान के लिए सुन्दरनाथ धाम पहुंची थी।
हरियाणा के महेंद्रगढ़ से दो लोग सिकटी प्रखंड के पड़रिया गांव शादी करने के लिए पहुंचे। करीब दस दिनों से वे पड़रिया गांव में रुककर ग्रामीणों के साथ शादी के लिए लड़की ढूंढने लगे।काफी खोजबीन के बाद सिकटी थाना क्षेत्र के पहाड़ा चौक कॉलोनी वार्ड संख्या तीन निवासी वार्ड सदस्य विजय सदा के साथ बैंगू मांझी और उनकी पत्नी तारा देवी के पास पहुंचा। लड़की के पिता बैंगु मांझी से उनकी लड़की रितिका की शादी के लिए बातचीत करने लगा। विजय सदा ने उनकी बेटी रीतिका की शादी एक अमीर लड़के से कराने की बात कही। शादी का पूरा खर्च लड़के द्वारा देने की बात कही गई। कालू चौक पड़रिया से कुछ और लोग भी आए और शादी को लेकर अपनी सहमति दी। लड़की की मां तारा देवी को वार्ड सदस्य ने भरोसा दिया कि कोई दिक्कत नहीं होगी।वार्ड सदस्य के आश्वासन पर युवती की मां भी शादी के लिए तैयार हो गई। शादी के खर्च के लिए लड़की के पिता को 15 हजार रुपये भी दिए गए। सारी तैयारी की गई हल्दी,मेहंदी की रस्म की भी अदायगी धूमधाम से की गई। सारे रस्में लड़की के घर पर ही किया गया।जब शादी और सिंदूरदान की बारी आई तो लड़की की मां ने कुर्साकांटा के सुन्दरनाथ धाम में शादी और सिंदूरदान करने की बात कही।इस पर भी परिवार के लोग सहित समाज और दूल्हा पक्ष राजी हो गया,जिसके बाद बैंगू मांझी, उनकी बेटी रीतिका, वार्ड सदस्य विजय सदा,अधेड़ दूल्हा राजीव गुप्ता, उसका जीजा सुनील अग्रवाल स्थानीय ग्रामीणों के साथ शादी के लिए कुर्साकांटा के सुन्दरनाथ धाम मंदिर पहुंचे।
सुन्दरनाथ धाम पहुंचने पर मंदिर कमिटी ने दोनों पक्षों से पहचान पत्र की मांग की। पहचान पत्र भी दोनों पक्षों की ओर से दे दिया गया।लेकिन जब दो गवाहों को देने की बात आई तो वार्ड सदस्य विजय सदा गवाह के रूप में अपना पहचान पत्र देने से साफ इंकार कर दिया और वे मंदिर परिसर से बाहर निकलकर चले गए। इसके बाद धीरे-धीरे दूल्हे के साथ आए अन्य ग्रामीण भी घर वापस निकल लिए।जिसके बाद मंदिर कमेटी के सदस्यों ने इसकी सूचना कुआड़ी थाना पुलिस को दी।मंदिर कमिटी के सदस्यों ने लड़की के माता-पिता को अपने साथ रखा। फिर गुरुवार की सुबह कमिटी के सदस्यों के माध्यम से हरियाणा से आए दूल्हा और उनके जीजा को मंदिर बुलाया गया। जहां पर दोनों पक्षों से पूछताछ के बाद शादी की सहमति नहीं बनने पर कुआड़ी पुलिस को बुलाकर हरियाणा से शादी के लिए पहुंचे दूल्हा और जीजा को पुलिस के सुपुर्द कर दिया।
मामले में कुआड़ी थानाध्यक्ष रोशन कुमार सिंह ने बताया कि हरियाणा से शादी के लिए आए दूल्हा और उनके जीजा को पूछताछ के लिए थाना लाया गया है। पूछताछ से पता चला है लड़की के माता-पिता अपनी मर्जी से शादी कर रहे थे कोई दबाव नहीं था।जिसके बाद दोनों को पीआर बॉन्ड पर छोड़ दिया गया।
थाना में मौजूद युवक के जीजा सुनील अग्रवाल ने बताया कि हरियाणा, दिल्ली में लड़की की कमी होने के कारण लड़को का शादी समय पर नहीं हो पा रहा है।पड़रिया गांव के कुछ मजदूर हमारे यहां काम करते हैं तो मैं उनसे कहा था कि बिहार में लड़की मिल जाती है तो मैं अपने साले की शादी कराऊंगा। इसी उद्देश्य और उनलोगों के कहने पर बिहार के अररिया जिले के पड़रिया गांव पहुंचा था। शादी के लिए लड़की मिली बाद में शादी से इनकार कर दिया। और हमें पूछताछ के लिए थाना लाया गया।