हाईकोर्ट बार एसोसिएशन चुनाव के लिए मतदान शुरू, 61 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज
नैनीताल। उत्तराखंड उच्च न्यायालय बार एसोसिएशन के चुनाव के लिए सोमवार को मतदान प्रक्रिया पूरी हुई, जिसमें लगभग 61 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। इसे बार एसोसिएशन के चुनावों में अच्छी भागीदारी माना जा रहा है।
सोमवार सुबह 10 बजे मतदान प्रारंभ हुआ। बार एसोसिएशन के कुल 1779 अधिवक्ता सदस्य मतदान के लिए पात्र थे, जो अब तक की सर्वाधिक मतदाता संख्या है। पहले घंटे में 52 मत पोस्टल बैलेट के माध्यम से डाले गए। वहीं, अपराह्न 4 बजे तक करीब 1100 अधिवक्ताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
अधिवक्ताओं में दिखा उत्साह
मतदान के दौरान अधिवक्ताओं में खासा उत्साह देखने को मिला। प्रत्याशी अंतिम समय तक अपने समर्थन में मतदाताओं से संपर्क करते नजर आए। प्रदेश के लगभग सभी जनपदों से उच्च न्यायालय में प्रैक्टिस करने वाले अधिवक्ता मतदान के लिए नैनीताल पहुंचे।
आठ बूथ, कड़ी निगरानी
मुख्य चुनाव अधिकारी कुर्बान अली ने बताया कि मतदान के लिए आठ बूथ बनाए गए थे और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए।
‘वन वोट, वन बार’ नियम को सख्ती से लागू करने के लिए प्रत्येक अधिवक्ता से मतदान से पूर्व शपथ पत्र भरवाया गया, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी अधिवक्ता प्रदेश में केवल एक बार मतदान करे।
वरिष्ठ न्यायाधीश भी पहुंचे मतदान स्थल
मतदान के दौरान हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी, न्यायमूर्ति राकेश थपलियाल, न्यायमूर्ति पंकज पुरोहित और न्यायमूर्ति आलोक महरा भी मतदान स्थल पहुंचे। उल्लेखनीय है कि ये सभी पूर्व में हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के सदस्य रह चुके हैं, जबकि न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष भी रह चुके हैं।
चुनाव प्रक्रिया की निगरानी
चुनाव प्रक्रिया की निगरानी मुख्य चुनाव अधिकारी के साथ सलाहकार रवींद्र बिष्ट, पर्यवेक्षक वरिष्ठ अधिवक्ता एम.सी. कांडपाल और डॉ. महेंद्र पाल सहित पूरी चुनाव टीम ने की।
प्रमुख पदों पर प्रत्याशी
हाईकोर्ट बार एसोसिएशन चुनाव में—
- अध्यक्ष पद पर: अंजलि भार्गव, डीसीएस रावत, डीके जोशी, मनीषा भंडारी
- महासचिव पद पर: अक्षय लटवाल, भूपेंद्र कोरंगा, सौरभ अधिकारी
- वरिष्ठ उपाध्यक्ष: प्रेम कौशल, सुशील वशिष्ठ
- महिला उपाध्यक्ष: चेतना लटवाल, मीना बिष्ट
- कोषाध्यक्ष: गुरबानी सिंह, शुभ्र रस्तोगी
वहीं कई पदों पर प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हुए, जिनमें वरिष्ठ व कनिष्ठ कार्यकारिणी सदस्य और उपसचिव पद शामिल हैं।




