हिमाचल में बारिश का कहर
हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। मौसम विभाग ने रविवार को दो दिनों के लिए हिमाचल भारी बारिश ऑरेंज अलर्ट जारी किया।
सड़कें और बिजली ठप
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, अब तक 819 सड़कें बंद हो चुकी हैं। चंबा में 253, मंडी में 206 और कुल्लू में 175 सड़कें प्रभावित हैं। कुल्लू और मंडी के नेशनल हाईवे भी ठप पड़े हैं।
प्रदेश में 1,236 ट्रांसफार्मर और 424 पेयजल योजनाएं भी बंद हैं।
पौंग बांध का जलस्तर खतरे से ऊपर
कांगड़ा जिले में पौंग बांध का स्तर 1391.31 फीट पहुंच गया, जबकि खतरे का निशान 1390 फीट है। नियंत्रित तरीके से पानी छोड़े जाने से फतेहपुर और इंदौरा के 90 गांवों में बाढ़ जैसे हालात बन गए। अब तक 1560 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
भूस्खलन और हादसे
शिमला, कुल्लू और मंडी में कई जगह भूस्खलन हुआ। मनाली-नग्गर-कुल्लू मार्ग बंद हो गया। शिमला के विकासनगर में भूस्खलन से सड़क किनारे खड़ी गाड़ी मलबे में दब गई। मंडी में एम्बुलेंस हादसे का शिकार हुई, जिसमें एक व्यक्ति घायल हुआ।
यात्रियों की परेशानी
चंबा में मणिमहेश यात्रा के दौरान फंसे 10 हजार श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाला गया। अभी भी चार हजार श्रद्धालु विभिन्न स्थानों पर फंसे हैं। बिलासपुर में नैना देवी मार्ग भूस्खलन से बंद हो गया है।
भारी नुकसान
अब तक मानसून सीजन में 320 लोगों की मौत हो चुकी है और 4041 घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। संपत्ति का कुल नुकसान 3042 करोड़ रुपये आंका गया है।
हिमाचल भारी बारिश ऑरेंज अलर्ट के चलते प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है।