हिमाचल राहत कार्य में सक्रिय स्वयंसेवक
हिमाचल प्रदेश में भीषण बारिश, भूस्खलन और बादल फटने की घटनाओं ने सैकड़ों लोगों को प्रभावित किया। इस कठिन समय में हिमाचल राहत कार्य में आरएसएस और सेवा भारती के स्वयंसेवक निस्वार्थ भाव से जुटे हैं और मानवता की मिसाल पेश कर रहे हैं।
समर्पण और तत्परता
स्वयंसेवक फंसे यात्रियों को सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाने, भोजन और पानी उपलब्ध कराने और राहत सामग्री वितरित करने में लगे हैं। कई स्थानों पर आपातकालीन लंगर, स्वास्थ्य शिविर और आवास की सुविधाएँ भी उपलब्ध करवाई जा रही हैं।
प्रदेशभर में सेवा नेटवर्क
महेन्द्र के अनुसार प्रतिदिन लगभग 475 स्वयंसेवक हिमाचल राहत कार्य में सक्रिय हैं। 68 स्थाई सेवा केंद्र और 23 अन्य नगरों में राहत कार्य चल रहे हैं। चम्बा, शिमला, कुल्लू, बिलासपुर, मंडी सहित कई जिलों में स्वयंसेवक लगातार सेवा में जुटे हुए हैं।
मानवता की प्रेरणादायक मिसाल
मणिमहेश यात्रा के कई क्षेत्रों का संपर्क टूट चुका है। इसके बावजूद स्वयंसेवक फंसे श्रद्धालुओं को अपने वाहनों में सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाते हैं। चम्बा में लगातार लंगर चल रहा है और स्वास्थ्य सुविधाएँ भी उपलब्ध करवाई जा रही हैं। अब तक लगभग 500 श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों तक पहुँचाया जा चुका है।
निस्वार्थ सेवा और प्रेरणा
महेन्द्र का कहना है कि इस संकट में संघ और सेवा भारती के कार्यकर्ता सिद्ध कर रहे हैं कि हिमाचल राहत कार्य केवल मदद नहीं, बल्कि आशा और संवेदनाओं को बाँटने का कार्य है। उनकी तत्परता हिमाचल ही नहीं, पूरे देश के लिए प्रेरणा बन रही है।