शिमला, 22 सितंबर (हि.स.) – शारदीय नवरात्र की शुरुआत के साथ ही हिमाचल प्रदेश के प्रमुख शक्तिपीठों में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। मां नैना देवी, मां चिंतपूर्णी, मां ज्वालाजी, मां ब्रजेश्वरी और मां चामुंडा देवी जैसे मंदिरों में बाहरी राज्यों से भी श्रद्धालु दर्शन पूजन करने पहुंचे हैं। मंदिरों को रंग-बिरंगे फूलों और लाइटों से सजाया गया है।
प्रमुख मंदिरों का हाल
- मां नैना देवी मंदिर (बिलासपुर): कपाट रविवार रात 2 बजे खोल दिए गए।
- मां चिंतपूर्णी मंदिर (ऊना): सुबह 4 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोला गया।
- ज्वालाजी, ब्रजेश्वरी और चामुंडा देवी मंदिर (कांगड़ा): सुबह 5 बजे खोल दिए गए।
- शिमला के प्रमुख मंदिर: तारादेवी, ढिंगू माता, कालीबाड़ी, कामना देवी और बीसीएस दुर्गा मंदिर में सुबह से ही भक्तों की आवाजाही।
सुरक्षा और व्यवस्थाएं
- पुलिस प्रमुख: डीजीपी अशोक तिवारी ने सभी जिलों और रेंज स्तर के अधिकारियों को विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए।
- भीड़ प्रबंधन: बैरिकेड्स, नियंत्रण बिंदु, सीसीटीवी कैमरे और ड्रोन से निगरानी।
- आपात स्थिति: निकासी योजनाएं, असेंबली प्वाइंट, प्राथमिक चिकित्सा, एंबुलेंस और मेडिकल दल तैनात।
- यातायात प्रबंधन: अतिरिक्त पुलिस बल तैनात, आपातकालीन नंबर सार्वजनिक।
- सामाजिक मीडिया निगरानी: अफवाहों और भ्रामक सूचनाओं की रोकथाम।
पुलिस ने कहा कि पिछले अनुभवों से सीख लेकर इस बार सुरक्षा और भी मजबूत की गई है, ताकि श्रद्धालु सुरक्षित और सुव्यवस्थित रूप से अपने धार्मिक कर्तव्यों का पालन कर सकें।