सर्दियों में रौनक लेकर आया हिमालयन बौद्धिष्ट मेला
उत्तर प्रदेश के औरैया शहर में सर्द हवाओं के बीच हिमालयन बौद्धिष्ट मेला लोगों के लिए खुशी की सौगात बनकर आया है। कानपुर रोड स्थित मैदान में मेले का पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ शुभारंभ हुआ। दीप प्रज्ज्वलन के बाद पूरा मैदान रोशनी, रंगों और सांस्कृतिक झलक से भर गया।
चार माह तक चलेगा मेला
मेला संचालक महेन्द्र क्षेत्री ने बताया कि हिमालयन बौद्धिष्ट मेला इस बार भी चार महीने तक चलेगा और 15 फरवरी तक जारी रहेगा। हर दिन लोगों की भीड़ बढ़ रही है, जिससे यह सर्दियों का बड़ा आकर्षण बन गया है।
18 स्टॉलों पर उमड़ी भीड़
मेले में गर्म कपड़े, ऊनी वस्त्र, हस्तशिल्प और सजावटी सामान के 18 स्टॉल लगाए गए हैं। महिलाएं खास तौर पर शॉल, जैकेट और हैंडमेड आइटम खरीदने के लिए स्टॉलों पर जुट रही हैं। हर स्टॉल पर हिमालयी संस्कृति की झलक दिखाई देती है, जो मेले की पहचान बन गई है।
खाने-पीने के स्टॉलों पर जबरदस्त भीड़
खरीदारी के साथ मोमोज, थुकपा, स्पेशल चाय और अन्य पहाड़ी व्यंजनों की खुशबू हर आगंतुक को अपनी ओर खींच रही है। ठंड में गर्म व्यंजनों का स्वाद मेले के अनुभव को और खास बना रहा है।
झूले और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आकर्षण
परिवारों और बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले, गेम जोन और छोटे मंचीय कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। साप्ताहिक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी मेले को अलग पहचान दे रही हैं।
सुरक्षा और स्वच्छता के पुख्ता इंतजाम
मेला प्रबंधन और पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया है। पूरे परिसर में सफाई और व्यवस्था सुचारु रखने के लिए कर्मचारियों की तैनाती की गई है।
सुबह 10 से रात 10 तक रहेगा खुला
महेन्द्र क्षेत्री के अनुसार, हिमालयन बौद्धिष्ट मेला रोजाना सुबह 10 बजे से रात 10 बजे तक खुला रहेगा। यह मेला ठंड के मौसम में खरीदारी, संस्कृति और स्वाद का अनोखा संगम बनकर शहर की धड़कन बना हुआ है।




