-लखनऊ में आयोजित होगा चार दिवसीए आध्यात्मिक सेवा मेला
लखनऊ, 20 मार्च (हि.स.)। भारत राष्ट्र को एक देवता जैसा सम्मान दिए जाने की जरूरत है। इस राष्ट्र की सेवा करने वालों का भी सम्मान होना चाहिए। प्राचीन देश भारत के अलावा सनातन धर्म के लिए कोई धरती सुलभ नहीं है। एक सशक्त राष्ट्र के बिना कोई भी सुरक्षित नहीं है। यह बातें हिन्दू आध्यात्मिक एवं सेवा संस्थान के क्षेत्र संयोजक अमरनाथ ने हिन्दुस्थान समाचार से बातचीत में कही।
अमरनाथ ने बताया कि सामाजिक संस्थाओं द्वारा चलाये जा रहे सेवा कार्यों की प्रदर्शनी, सेवा मेला, प्रकृति वंदन, गौ वंदन, गंगा वंदन, मातृ—पितृ वंदन, आचार्य वंदन एवं कन्या वंदन के आयोजनों के माध्यम से श्रेष्ठ नागरिक निर्माण का अभिनव प्रयास हिन्दू आध्यात्मिक एवं संस्थान कर रहा है। आने वाले समय में राजधानी लखनऊ में एक भव्य सेवा मेला एवं प्रदर्शनी लगाई जायेगी।
अमरनाथ ने बताया कि समाज, परिवार व राष्ट्र निर्माण की दृष्टि से छ: वैचारिक अधिष्ठानों पर अपना ध्यान केन्द्रित किया है। इन छह अधिष्ठानों में वनों की रक्षा और वन्य जीवों का संरक्षण, पारिस्थितिकी संतुलन और पर्यावरण संरक्षण है। इसके अलावा पारिवारिक मूल्यों की अभिवृद्धि, नारी सम्मान और देशभक्ति भाव का जागरण है। इन छ: सिद्धान्तों के क्रियान्वयन एवं समाज जीवन में मूल्य निर्माण द्वारा राष्ट्र निर्माण का कार्य किया जा रहा है।