जम्मू, 4 अप्रैल (हि.स.)। हिंदुस्तान शिव सेना के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत कपूर ने संसद द्वारा वक्फ (संशोधन) विधेयक और मुसलमान वक्फ (निरसन) विधेयक के पारित होने की सराहना करते हुए इसके लिए पीएम मोदी को बधाई दी है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार को चाहिए कि हिंदू मंदिरों के रखरखाव के लिए हिंदू मंदिर बोर्ड का गठन किया जाना चाहिए। उन्होंने वक्फ बिल के संसद के दोनों सदनों में पास होने को भारत के सामाजिक-आर्थिक न्याय की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
जम्मू में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए हिंदुस्तान शिव सेना के प्रदेश अध्यक्ष विक्रांत कपूर ने यह बात कही। बताते चलें कि लोकसभा में सत्ता पक्ष और विपद्वा के सदस्यों के बीच जबरदस्त बहस के बीच बुधवार को वक्फ अमेंडमेंट बिल पारित हो गया। वहीं राज्यसभा में भी सत्ता पक्ष और विपक्षी सदस्यों के बीच गर्मागर्म बहम के बीच यह बिल पास हो गया। लोकसभा में इसको लेकर हुई वोटिंग में इसके पक्ष में कुल 288 वोट पड़े जबकि इसके खिलाफ 232 सांसदों ने वोटिंग की। वहीं राज्यसभा ने इस बिल को 95 के मुकाबले 128 मतों के बहुमत से मंजूरी दे दी।
उन्होंने कहा कि “वक्फ (संशोधन) विधेयक और मुसलमान वक्फ (निरसन) विधेयक का संसद के दोनों सदनों द्वारा पारित होना सामाजिक-आर्थिक न्याय के लिए एक महत्वपूर्ण क्षण है। विपक्ष द्वारा मुसलमानों को गुमराह करने के लिए इसका विरोध करने के लिए आड़े हाथों लेते हुए विक्रांत कपूर ने कहा कि यह मुसलमानों के लिए लाभकारी होगा। उन्होंने आगे कहा कि इन सुधारों से वक्फ प्रणाली में लंबे समय से लंबित पारदर्शिता आएगी। उन्होंने कहा कि संसद द्वारा पारित कानून पारदर्शिता को बढ़ावा देगा और लोगों के अधिकारों की रक्षा भी करेगा।
उन्होंने विपक्ष पर अपने राजनीतिक हितों को साधने के लिए और तुष्टिकरण की हदें पार नहीं करने की सलाह देते हुए कहा कि विपक्ष को इस बिल को लेकर मुस्लिमों को गुमराह करने का प्रयास नहीं करना चाहिए। बताते चलें कि कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और एआईएमआईएम समेत कई विपक्षी पार्टियों ने इसे संविधान विरोधी करार दिया है।
विक्रांत कपूर ने कहा कि इससे गरीब मुसलमानों को फायदा मिलेगा। उन्होंने इसे एक ऐतिहासिक दिन बताते हुए कहा कि अब न सिर्फ गरीब मुसलमानों को इसका फायदा मिलेगा बल्कि ओबीसी और पसमांदा समुदायों के लोगों को भी वक्फ बोर्ड में प्रतिनिधित्व मिलेगा। अब इस विधेयक को कानून बनने से पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के पास उनकी मंजूरी के लिए भेजा जाएगा।
उन्होंने कहा कि वह हिंदुस्तान शिव सेना की ओर से इसके लिए मुकारकबाद देने के लिए पीएम मोदी को एक पत्र भी लिखेंगे और उनसे हिंदू मंदिरों के रखरखाव के लिए हिंदू मंदिर बोर्ड का गठन करने का भी अनुरोध करेगें।
संवाददाता सम्मेलन के दौरान हिंदुस्तान शिव सेना के वरिष्ठ नेता बाबा राम कैथ, रोहन, अभिषेक, हिमांशु, अमित, महिला विंग की नेता ज्योति देवी और अन्य भी उपस्थित थे।