🚨 नशा बना परिवार टूटने की वजह
नशा आज समाज की सबसे बड़ी समस्या बन चुका है।
इसका असर केवल व्यक्ति पर नहीं, पूरे परिवार पर पड़ता है।
महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग सबसे ज्यादा पीड़ित होते हैं।
👩👧👦 महिलाओं और बच्चों पर गहरा असर
नशे के कारण घरेलू हिंसा बढ़ती है।
कई महिलाएं कम उम्र में विधवा हो जाती हैं।
बच्चों की पढ़ाई छूट जाती है और भविष्य अंधकारमय हो जाता है।
🌱 सुकून केंद्र बना उम्मीद की किरण
इन हालातों में हरियाणा स्टेट हेल्थ रिसोर्स सेंटर द्वारा
हिसार के जिला नागरिक अस्पताल में सुकून केंद्र स्थापित किया गया।
यह केंद्र पीड़ित परिवारों को नया संबल दे रहा है।
📊 870 से अधिक लोगों को मिला सहारा
अब तक सुकून केंद्र हिसार से 870 से ज्यादा लोग जुड़े हैं।
यहां काउंसलिंग, कानूनी सलाह और चिकित्सकीय सहयोग मिलता है।
🩺 जब नशा बना हिंसा की जड़
एक 25 वर्षीय महिला को पति की नशे की लत ने तोड़ दिया।
मारपीट और जान से मारने की धमकी आम हो गई थी।
सुकून केंद्र ने काउंसलिंग और कानूनी कार्रवाई में मदद की।
⚖️ नौकरीपेशा महिला को मिला न्याय का रास्ता
33 वर्षीय महिला को पति के नशे के कारण प्रताड़ना झेलनी पड़ी।
सुकून केंद्र ने उसे महिला अधिकारों की जानकारी दी।
साथ ही सुरक्षा और कानूनी विकल्प समझाए गए।
💔 प्रेम विवाह भी बना दर्द का कारण
19 वर्षीय युवती के नाम पर ऋण लेकर पति ने नशे में रकम उड़ा दी।
मारपीट के बाद घायल अवस्था में वह सुकून केंद्र पहुंची।
यहां तत्काल इलाज और कानूनी सहायता दी गई।
📌 महिलाओं के लिए जरूरी सुझाव
- नशेड़ी पति को एटीएम और दस्तावेज न दें
- घरेलू हिंसा सहन न करें
- समय रहते सहायता लें
🏥 सुकून केंद्र की प्रमुख सेवाएं
- निःशुल्क काउंसलिंग
- कानूनी सहायता
- चिकित्सकीय जांच
- पुलिस शिकायत में मार्गदर्शन
🗣️ नई शुरुआत का मंच
सुकून काउंसलर राहुल शर्मा के अनुसार,
सुकून केंद्र केवल सहायता नहीं, नई जिंदगी की शुरुआत है।




