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शाहपुरा जिला बनाने की मांग पर ऐतिहासिक बंद, वकीलों ने निकाली वाहन रैली

भीलवाड़ा, 28 जनवरी (हि.स.)। शाहपुरा उपखंड मुख्यालय में मंगलवार को जिला बनाने की मांग को लेकर ऐतिहासिक बंद रखा गया। यह बंद अभिभाषक संस्था और जिला बचाओ संघर्ष समिति के आह्वान पर आयोजित किया गया, जिसमें शाहपुरा के तमाम व्यापारिक प्रतिष्ठान, बाजार, चाय की दुकानों, अल्पाहार केंद्रों, मेडिकल स्टोर्स और सब्जी विक्रेताओं ने पूर्ण सहयोग करते हुए अपने प्रतिष्ठान बंद रखे।

पिछले 27 दिनों से जारी आंदोलन के तहत मंगलवार को शाहपुरा में काला दिवस मनाने की घोषणा की गई थी। इसके तहत विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिसमें आक्रोश रैली और महलों का चोक पर सभा का आयोजन प्रमुख रहे। इस आंदोलन में स्थानीय निवासियों और व्यापारियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

अभिभाषक संस्था के नेतृत्व में शाहपुरा के अधिवक्ताओं ने महलों का चोक से दोपहिया वाहनों की रैली निकाली। यह रैली शाहपुरा के प्रमुख मार्गों से होकर गुजरी। अधिवक्ताओं ने इस दौरान नारेबाजी करते हुए राज्य सरकार से शाहपुरा को पुनः जिला घोषित करने की मांग की।

संघर्ष समिति के संयोजक रामप्रसाद जाट ने इस बंद को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि शाहपुरा की जनता ने जिस तरह से आंदोलन का समर्थन किया है, वह सरकार को चेताने के लिए पर्याप्त है। समिति के अनुसार, यह आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक शाहपुरा को जिला घोषित नहीं किया जाता।

अभिभाषक संस्था के अध्यक्ष दुर्गालाल राजौरा ने कहा कि शाहपुरा की जनता ने अपनी एकजुटता और संघर्ष की ताकत का परिचय दिया है। बंद के सफल आयोजन से यह स्पष्ट होता है कि शाहपुरा के लोग अपनी मांग को लेकर गंभीर हैं और सरकार को जल्द फैसला लेना चाहिए।

इससे पूर्व सोमवार की रात शाहपुरा के त्रिमूर्ति चैराहे पर लगे स्थानीय विधायक डॉ. लालाराम बैरवा के 20 फीट ऊंचे कटआउट को हटाने के बाद संघर्ष समिति के सदस्यों ने अपनी जीत का जश्न मनाया। इस दौरान आतिशबाजी की गई और इसे आंदोलन की बड़ी उपलब्धि माना गया।

संघर्ष समिति के अनुसार, कटआउट हटाने के लिए उन्होंने पहले प्रशासन से अपील की थी, लेकिन कार्रवाई न होने पर मजबूर होकर शाहपुरा की एसीजेएम कोर्ट में इस्तगासा दायर किया गया। इसके बाद प्रशासन ने कटआउट को हटाया।

बंद के दौरान आयोजित सभा में संघर्ष समिति ने चेतावनी दी कि अगर सरकार उनकी मांगों को नजरअंदाज करती है, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। सभा में मौजूद स्थानीय नेताओं, व्यापारियों और नागरिकों ने अपनी सहमति जताते हुए कहा कि शाहपुरा को जिला बनाने की मांग क्षेत्र के विकास के लिए आवश्यक है।

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