मुंबई,9 अप्रैल (हि. स.) । ठाणे जिले में उल्हासनगर में स्थित उल्हास नदी में साफ सफाई के वक्त मिल रहे जल लिली का उपयोग करके गृहणी स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से ठाणे जिला परिषद ने उपहार बनाने की योजना बनाई है।इस उद्देश्य से 8 अप्रैल 2025 को जलग्रहण प्रबंधन के उद्देश्य से जिला ग्रामीण विकास अभिकरण की परियोजना निदेशक छायादेवी शिसोडे की मुख्य उपस्थिति तथा अध्यक्ष अजय बहुउद्देशीय संगठन की प्रबंधक स्वाति धोतकर के मार्गदर्शन में म्हारल, कबन तथा वराप में जलग्रहण क्षेत्रों का निरीक्षण किया गया।
आज जिला ग्रामीण विकास ऐजेंसी योजना निदेशक छायादेवी शिशोदे ने आज बताया कि मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोहन घुगे के विशेष मार्गदर्शन में महिला स्व-सहायता समूहों के माध्यम से उल्हास नदी से प्राप्त जल लिली से विभिन्न उपहार तैयार करने की योजना पर काम चल रहा है। ‘वीड टू वेल्थ’ परियोजना स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के लिए आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनने तथा उनकी विभिन्न प्रतिभाओं को विकसित करने के लिए महत्वपूर्ण है।
बताया जाता है कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं के साथ जल लिली का उपयोग करने वाले उद्योगों और व्यवसायों के बारे में चर्चा की गई तथा महिलाओं को जल लिली से बनी संरचनाएं दिखाई गईं। महिलाओं को रोजगार सृजन के बारे में मार्गदर्शन दिया गया। इस यात्रा के दौरान अंबरनाथ तहसील के ढोके, दपीवली और साई ग्राम पंचायतों की नदियों का दौरा करके भी जानकारी एकत्रित की गई है।