भारतीय वायु सेना (IAF) ने एक बार फिर मानवीय सेवा का अनुपम उदाहरण प्रस्तुत किया है। वायु सेना ने बेंगलुरु से दिल्ली तक एक किडनी और एक कॉर्निया को एयरलिफ्ट कर सफलतापूर्वक सैन्य अस्पताल पहुंचाया, जिससे दो मरीजों को नया जीवन मिला। वहीं अन्य तीन अंगों से बेंगलुरु में तीन मरीजों की जान बचाई गई।
ब्रेन डेड घोषित हुए एक मरीज के मल्टी ऑर्गन डोनेशन के इस मिशन में भारतीय वायु सेना, कर्नाटक की संस्था ‘जीव सार्थक’, और कई प्रमुख अस्पतालों ने मिलकर समन्वित प्रयास किया।
ऑर्गन एयरलिफ्ट मिशन का विवरण:
- एक किडनी और कॉर्निया को वायुसेना के विमान से दिल्ली स्थित आर्मी हॉस्पिटल (रिसर्च एंड रेफरल) पहुंचाया गया।
- दूसरी किडनी और कॉर्निया बेंगलुरु के कमांड हॉस्पिटल में प्रत्यारोपित किए गए।
- लिवर का प्रत्यारोपण बेंगलुरु के बीजीएस ग्लेनीगल्स अस्पताल, केंगेरी में किया गया।
भारतीय वायु सेना ने एक्स (पूर्व Twitter) पर इस मिशन की जानकारी साझा करते हुए ऑपरेशन की तस्वीरें भी पोस्ट कीं। वायु सेना ने इसे “जीवन रक्षक बहु-अंग पुनर्प्राप्ति और प्रत्यारोपण का समन्वित मिशन” बताया।
‘जीव सार्थक’ संस्था की भूमिका:
कर्नाटक सरकार द्वारा गठित संस्था ‘जीव सार्थक’, राज्य में मृतक अंग दान एवं प्रत्यारोपण गतिविधियों का समन्वय करती है। यह संस्था अंगदान के प्रति जनजागरूकता, प्रशिक्षण, और संवेदनशील अस्पताल नेटवर्क विकसित करने के लिए कार्यरत है।
यह मिशन भारतीय सशस्त्र बलों की मानवीय प्रतिबद्धता, चिकित्सा विशेषज्ञता और संवेदनशीलता का अद्भुत उदाहरण है, जिससे न केवल 5 लोगों की जान बची, बल्कि समाज में अंगदान के प्रति सकारात्मक संदेश भी गया।




