विवादित टिप्पणी के बाद बढ़ा तनाव
IAS संतोष वर्मा विवाद एक बार फिर सुर्खियों में है। अररिया में ऑल बिहार ब्राह्मण फेडरेशन ने आईएएस अधिकारी संतोष वर्मा द्वारा ब्राह्मण समाज को लेकर किए गए कथित अभद्र बयान पर कड़ी नाराजगी जताई है। उनकी टिप्पणी अनुसूचित जाति-जनजाति अधिकारी कर्मचारी संघ के प्रांतीय अधिवेशन में की गई थी।
ब्राह्मण फेडरेशन का कड़ा विरोध
फेडरेशन के जिलाध्यक्ष सुबोध मोहन ठाकुर ने कहा कि यह बयान न केवल ब्राह्मण समाज का अपमान है, बल्कि एक आईएएस अधिकारी के आचरण के भी विपरीत है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि इस टिप्पणी ने समाज की भावनाओं को गहरा आघात पहुंचाया है।
उन्होंने आगे कहा कि यदि तुरंत कार्रवाई नहीं हुई, तो फेडरेशन न्यायालय का दरवाजा खटखटाने के लिए बाध्य होगा। इसलिए उन्होंने केंद्र और मध्यप्रदेश सरकार से तुरंत दखल देने की मांग की है।
सार्वजनिक माफी की भी मांग
ब्राह्मण फेडरेशन ने कहा कि विवादित टिप्पणी में ब्राह्मण की बेटी को लेकर अनुचित शब्दों का प्रयोग किया गया है। इसलिए संतोष वर्मा को सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए, अन्यथा आंदोलन तेज किया जाएगा।
पुराने विवाद भी आए सामने
चूंकि IAS संतोष वर्मा विवाद नया नहीं है, इसलिए श्री ठाकुर ने उनके पूर्व मामलों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि वर्मा पहले भी विभागीय प्रमोशन कमिटी के विशेष न्यायाधीश के फर्जी हस्ताक्षर करके प्रमोशन कराने के आरोप में जेल जा चुके हैं।
उनका कहना है कि ऐसे अधिकारी का महत्वपूर्ण पद पर रहना उचित नहीं है। इसलिए मध्यप्रदेश सरकार को तुरंत गृह मंत्रालय को कार्रवाई के लिए पत्र लिखना चाहिए।
फेडरेशन बोले – “आर-पार की लड़ाई”
ब्राह्मण फेडरेशन ने चेतावनी देते हुए कहा कि IAS संतोष वर्मा विवाद अब केवल बयान का मामला नहीं है। यह समाज की प्रतिष्ठा का सवाल बन चुका है। इसलिए इस विवाद के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी।




