🏥 आईजीएमसी शिमला में गंभीर आरोप
शिमला स्थित आईजीएमसी शिमला में इलाज के दौरान मारपीट का मामला सामने आया है।
घटना को लेकर मरीज के परिजनों ने पुलिस से शिकायत की है।
👨⚕️ इलाज के दौरान कथित हिंसा
पीड़ित मरीज अर्जुन पंवार गंभीर श्वसन समस्या से जूझ रहे थे।
ब्रॉन्कोस्कोपी के बाद उन्हें लगातार ऑक्सीजन पर रखा गया था।
🚨 ऑक्सीजन सप्लाई से छेड़छाड़ का आरोप
शिकायत में आरोप है कि डॉक्टरों ने जानबूझकर ऑक्सीजन पाइप को नुकसान पहुंचाया।
नाक और छाती जैसे संवेदनशील हिस्सों पर हमला किए जाने का दावा किया गया।
🎥 वीडियो बना अहम सबूत
परिजनों का कहना है कि घटना का वीडियो रिकॉर्ड हुआ।
वीडियो में मारपीट और ऑक्सीजन बाधित करने के दृश्य दिखते हैं।
📱 सबूत मिटाने की कोशिश का आरोप
आरोप है कि घटना के बाद स्टाफ ने वीडियो डिलीट कराने की कोशिश की।
मोबाइल फोन छीनने का प्रयास भी किया गया।
👥 अन्य कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध
शिकायत में कहा गया है कि सिर्फ एक डॉक्टर नहीं, अन्य स्टाफ भी शामिल था।
सभी ने मिलकर घटना को दबाने की कोशिश की।
🧾 एसपी को सौंपी लिखित शिकायत
मंगलवार को परिजन और चौपाल के कुपवी क्षेत्र के लोग
शिमला पुलिस के पुलिस अधीक्षक से मिले।
⚖️ सख्त कार्रवाई की मांग
परिजनों ने निष्पक्ष और गहन जांच की मांग की है।
वीडियो और अन्य साक्ष्य जब्त कर सुरक्षित रखने की अपील की गई।
🚑 अस्पतालों में सुरक्षा पर सवाल
आईजीएमसी मारपीट मामला स्वास्थ्य व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
परिजनों का कहना है कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई जरूरी है।




