📍 पश्चिम सिंहभूम, 5 जून (हि.स.) — विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर चाईबासा में सामाजिक संगठनों द्वारा पौधारोपण और संरक्षण का संकल्प लिया गया। इस अवसर पर अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन की सृजन शाखा और मारवाड़ी युवा मंच ने मिलकर पर्यावरण संरक्षण की दिशा में प्रेरणादायक पहल की।
🌱 पौधारोपण से आगे बढ़कर ‘पौधा संरक्षण’ पर जोर
सृजन शाखा की अध्यक्ष रुचि चौबे के नेतृत्व में महिलाओं ने न सिर्फ पौधे लगाए, बल्कि पौधों को गोद लेकर उनकी देखभाल की जिम्मेदारी भी तय की। पौधे उनके निवास स्थान पर लगाए गए ताकि नियमित देखरेख सुनिश्चित की जा सके।
➡️ अध्यक्ष रुचि चौबे ने कहा:
“सिर्फ पौधे लगाना पर्याप्त नहीं है, उनकी देखभाल ही असली पर्यावरण सेवा है।“
👩🌾 सक्रिय सहभागिता और प्रेरणा
इस अभियान में शाखा की अन्य सदस्याओं:
- सुधा अग्रवाल (सचिव)
- स्वाति पाड़िया (प्रेस प्रभारी)
- मीनू लोधा, चंदा अग्रवाल, उर्मिला गर्ग, रिंकी चिरानिया, श्रुति अग्रवाल, नेहा शर्मा
ने भाग लेकर लोगों को अधिक से अधिक पौधे लगाने और उनकी देखभाल का संदेश दिया।
🔄 पुराने पौधों का पुनरुद्धार, नई ऊर्जा का संचार
मारवाड़ी युवा मंच द्वारा पूर्व में लगाए गए पौधों की देखभाल एवं पुनरुद्धार भी किया गया। जहां पौधे सूख गए थे, वहां नए पौधे लगाकर जालियों को मरम्मत किया गया।
🔧 अभियान में सक्रिय योगदान देने वाले सदस्य:
- मुकेश अग्रवाल, पीयूष गोयल, प्रियम चिरानिया
- आदित्य अग्रवाल, हर्ष सुल्तानिया
- महेश अग्रवाल, आशीष चौधरी, बसंत खंडेलवाल
✅ निष्कर्ष
इस पर्यावरण दिवस पर चाईबासा में केवल प्रतीकात्मक पौधारोपण नहीं, बल्कि स्थायी पर्यावरण संरक्षण की ठोस पहल देखने को मिली। सामाजिक संगठनों द्वारा उठाया गया यह कदम अन्य शहरों और लोगों के लिए प्रेरणास्त्रोत बन सकता है।
“हर पौधा एक जीवन, हर संरक्षण एक भविष्य।” 🌍🌳




