नेपाल में हिंसक प्रदर्शन के बाद भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा बढ़ी
कोलकाता। नेपाल में चल रहे ‘जनरेशन-ज़ेड आंदोलन’ में अब तक 19 लोगों की मौत और कई घायल होने के बाद भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इस स्थिति के कारण करीब 100 भारतीय ट्रक चालक और पर्यटक सीमा पर फंसे हुए हैं।
सीमा पर सतर्कता और उपाय
दार्जिलिंग जिला पुलिस ने फंसे हुए भारतीयों की मदद के लिए 24 घंटे का कंट्रोल रूम स्थापित किया है। पुलिस अधीक्षक प्रवीन प्रकाश ने कहा कि सीमा क्षेत्र में घर-घर तलाशी और निगरानी शुरू कर दी गई है। सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) भी अलर्ट पर है। अधिकारियों ने कहा कि किसी भी भारतीय को नेपाल में समस्या होने पर दार्जिलिंग जिला पुलिस हेल्पलाइन से तुरंत संपर्क करना चाहिए।
यातायात और व्यापार प्रभावित
सिलीगुड़ी के पास पनिटंकी सीमा से यातायात पूरी तरह बंद कर दिया गया है। सीमा क्षेत्र के बाजार और दुकानें बंद हैं। प्रदर्शनकारियों ने नेपाल की ओर टायर जलाए, जिसमें दो लोगों की मौत हुई। सीमा पार हर वाहन की सघन जांच की जा रही है और डॉग स्क्वॉड भी तैनात किया गया है।
सुरक्षा के अतिरिक्त उपाय
सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा दोगुनी कर दी गई है और अतिरिक्त जवान तैनात किए गए हैं। रक्षा मंत्रालय ने ‘हाई अलर्ट’ जारी किया है। पुलिस सभी वाहन चालकों और यात्रियों के नाम-पते रिकॉर्ड कर रही है।
राजनीतिक परिदृश्य
हालात की गंभीरता को देखते हुए नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया और देश छोड़ दिया। इसके बाद सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है।