लखनऊ, 01 मार्च(हि.स.)। श्री गुरु वशिष्ठ न्यास द्वारा आयोजित श्रीराम परिषद कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि महाकुंभ में हमने देखा 90 वर्ष की सास को बहु ले जा रही है। क्या बाहर किसी देश में ऐसा दृश्य दिखाई देगा। हमारी भारतीय संस्कृति है, पूरब से पश्चिम और उत्तर से दक्षिण को जोड़ने का काम करती है।
कार्यक्रम के प्रथम दिवस पर प्रथम सत्र भारत निर्माण के 100 वर्ष विषय पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि अपनी स्मृतियों को ताजा करने के लिए हम एकत्रित हुए है। जब से हमने भारतीय संस्कृति को आकार देना शुरू किया, तभी से हमारी संस्कृति पर हमले शुरू हुए। हमारे गुरुजनों ने कहा कि अगली पीढ़ी को संस्कृति का ज्ञान दीजिए। हम दुनिया को परिवार मानते है, पीपल के पेड़ को बहने धागा बांधती है। भारत की प्राचीन संस्कृति ही दुनिया को आगे बढ़ा सकती है।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि आज रामचरित मानस को जन जन पढ़ता है। रामायण दूसरी भाषाओं में है। तुलसीदास जी ने बताया है कि हमारे भाई, बहन, पिता से रिश्ते कैसे होगे। 2014 से देश में बड़े बदलाव हुए है। पहला परिवर्तन हुआ, हम गर्व से कहने लगे कि हम भारतीय हैं। भारतीय संस्कृति को जमीनी स्तर तक पहुंचाने का कार्य हुआ है। 500 वर्ष के संघर्ष के बाद अयोध्या में श्रीराम मंदिर बन कर तैयार हुए।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि महाकुंभ में अस्पतालों में बच्चों ने जन्म लिया। बेटी का नाम गंगा रखा, बेटे का नाम कुंभ रखा गया। महाकुंभ में अस्पताल कर्मियों ने, स्वच्छता कर्मियों ने सभी मेहनत की है। 66 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने अपनी आत्मा को तृप्त किया है।
कार्यक्रम की भूमिका रखते हुए वरिष्ठ पत्रकार हर्ष वर्धन त्रिपाठी ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारत की चेतना में विशेष परिवर्तन हुआ है। वैचारिक यात्रा का समय काल चल रहा है। योगी आदित्यनाथ की सरकार हिन्दू चेतना को बढ़ाने का कार्य किया है। श्रीराम परिषद इसी क्षेत्र में कार्य कर रहा है।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सुनील शर्मा ने आशीर्वचन देते हुए कहा कि कुंभ को देखकर लगता है, इतनी बड़ी संख्या कैसे आई, लेकिन ऐसा हुआ। मेरे एक परिचित है, जिसमें धर्म में बहुत आस्था नहीं है, वह भी वहां कुंभ में पहुंचे। जो लोग देश, समाज को बांटने की सोचते है, ऐसे लोगों को श्रीराम परिषद एक उत्तर है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेंद्र कुमार ने कहा कि वर्षभर राष्ट्रीय विमर्श को बढ़ाने का कार्य को आयोजक करें। लखनऊ ही नहीं, उत्तर प्रदेश में दूसरे जगहों पर भी श्रीराम परिषद के कार्यक्रम को करना चाहिए।
श्री गुरु वशिष्ठ सेवा न्यास के अध्यक्ष प्रमोद मिश्रा ने कार्यक्रम में आए हुए लोगों का स्वागत किया। इस अवसर पर प्रचारक मनोज कांत, संपादक आशुतोष शुक्ल, सूचना आयुक्त दिलीप अग्निहोत्री, एबीवीपी के प्रांत संगठनमंत्री अंशुल, मंजुला उपाध्याय सहित प्रबुद्ध वर्ग से जुड़े शिक्षक, छात्र छात्राएं उपस्थित रहे।