तेल अवीव, 22 अक्टूबर (हि.स.)। इजराइल ने कतर के अंतरराष्ट्रीय टीवी चैनल अल जजीरा और आतंकवादी संगठन हमास के बीच सहयोग का खुलासा किया। इजराइली खुफिया और आतंकवाद सूचना केंद्र (मीर अमेट) ने आरोप लगाया कि गाजा युद्ध के दौरान चैनल ने हमास के संदेश और राजनीतिक-सैन्य नेतृत्व के प्रसारण के माध्यम से आतंकवादियों को मनोवैज्ञानिक समर्थन दिया।
आरोपों का विवरण
रिपोर्ट में बताया गया कि अल जजीरा के लिए काम करने वाले कई पत्रकार हमास की सैन्य शाखा से भी जुड़े थे। चैनल ने गाजा में हमास के हमलों को बढ़ावा दिया और इजराइली सैनिकों की हर कार्रवाई को गलत ठहराया। इसके अलावा, चैनल ने हमास विरोधी प्रदर्शनों को नजरअंदाज किया और बंधकों के वीडियो और रिहाई समारोह को प्रसारित किया।
मीर अमेट के निष्कर्ष
खुफिया दस्तावेजों से पता चला कि हमास और अल जजीरा के बीच सहयोग व्यवस्थित, संगठित और लगातार रहा। आंदोलन से संबंधित मुद्दों पर चैनल की संपादकीय नीति पर हमास का प्रभाव था। गाजा में हमास के सैन्य संचालन कक्ष और अल जजीरा के बीच सुरक्षित टेलीफोन लाइन भी स्थापित की गई थी।
कतर की भूमिका
वृत्तचित्र में दावा किया गया कि कतर हमास को वित्तीय सहायता प्रदान करता है और अल जजीरा का उपयोग आंदोलन के व्यापक प्रचार के लिए करता है। चैनल के रिपोर्टर हमास के हमलों को “मुकाविमिन” और उनके मारे गए आतंकवादियों को “शहीद” कहते थे।
निष्कर्ष
इजराइल के अनुसार, गाजा युद्ध के दौरान अल जजीरा का कवरेज आतंकवादी प्रचार का माध्यम रहा और इसे पत्रकारिता के रूप में नहीं देखा जा सकता। हमास और अल जजीरा के इस गठजोड़ ने युद्ध की परिस्थितियों में बड़े पैमाने पर सूचना और मानसिक समर्थन दिया।