🌍 इजराइल का बड़ा कूटनीतिक कदम
इजराइल ने सोमालीलैंड गणराज्य को एक स्वतंत्र और संप्रभु राष्ट्र के रूप में मान्यता देकर अंतरराष्ट्रीय राजनीति में बड़ा कदम उठाया है। इजराइल संयुक्त राष्ट्र का पहला सदस्य देश बन गया है जिसने सोमालीलैंड को औपचारिक रूप से मान्यता दी है।
इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और सोमालीलैंड के राष्ट्रपति अब्दिरहमान मोहम्मद अब्दिलाही ने वर्चुअल माध्यम से एक संयुक्त घोषणा पर हस्ताक्षर किए।
🤝 आर्थिक और रणनीतिक साझेदारी की योजना
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि दोनों देश कृषि, आर्थिक विकास और सामाजिक क्षेत्रों में सहयोग करेंगे। हॉर्न ऑफ अफ्रीका क्षेत्र में स्थित सोमालीलैंड भौगोलिक रूप से बेहद रणनीतिक माना जाता है।
⚠️ तुर्किए और सोमालिया की तीखी प्रतिक्रिया
इस फैसले से सोमालिया और तुर्किए नाराज़ हो गए हैं।
- सोमालिया ने इसे अपनी संप्रभुता पर हमला बताया।
- तुर्किए ने इसे नेतन्याहू सरकार की “अवैध और अस्थिरता फैलाने वाली नीति” करार दिया।
🕊️ सोमालीलैंड का ऐतिहासिक संघर्ष
सोमालीलैंड 1991 में सोमालिया से अलग हुआ था, लेकिन अब तक उसे किसी देश ने औपचारिक मान्यता नहीं दी थी। हालांकि ब्रिटेन, यूएई, डेनमार्क, केन्या और ताइवान के साथ इसके अनौपचारिक संबंध रहे हैं।
1960 में यह कुछ समय के लिए स्वतंत्र राष्ट्र भी रहा था, लेकिन बाद में सोमालिया में विलय कर लिया गया। गृहयुद्ध के बाद उसने फिर से स्वतंत्रता की घोषणा की।
🔎 अंतरराष्ट्रीय प्रभाव
इजराइल की इस मान्यता से अफ्रीका और मध्य-पूर्व की राजनीति में नए समीकरण बन सकते हैं और सोमालीलैंड को वैश्विक पहचान की दिशा में बड़ा समर्थन मिल सकता है।




