जयपुर, 30 सितंबर। सप्त शक्ति कमान की ओर से जयपुर मिलिट्री स्टेशन में ‘राष्ट्र निर्माण में पूर्व सैनिकों का योगदान’ विषय पर एक सेमिनार आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में पूर्व सैनिकों और सेवारत अधिकारियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
जन संपर्क अधिकारी (रक्षा) राजस्थान, ले. कर्नल निखिल धवन ने बताया कि सेमिनार में तीन प्रमुख पूर्व सैनिक वक्ताओं – मेजर जनरल आलोक राज गोयल, ब्रिगेडियर के. बिरेन्द्र सिंह, और ब्रिगेडियर करण सिंह राठौर ने अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिक नागरिक-सैन्य एजेंसियों के बीच तालमेल स्थापित करने, अर्धसैनिक बलों का प्रशिक्षण, आतंकवाद-रोधी और उग्रवाद-रोधी परिस्थितियों में योगदान, आपदा प्रबंधन तथा राहत कार्यों में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
वक्ताओं ने यह भी कहा कि पूर्व सैनिक अपनी विविध व्यावसायिक क्षमताओं व कौशल का उपयोग राष्ट्रीय विकास पहलों को गति देने में कर सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने सरकारी पहलों और सहयोगात्मक प्रयासों की आवश्यकता पर बल दिया।
समापन सत्र में सप्त शक्ति कमान के आर्मी कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल मनजिंदर सिंह ने सभी रैंकों से कर्तव्य निष्ठा बनाए रखने और भारतीय सशस्त्र बलों की गौरवशाली परंपराओं को बनाए रखने का आग्रह किया। उन्होंने पूर्व सैनिकों के संगठित पुनर्कौशलीकरण की महत्ता पर भी जोर दिया, ताकि वे राष्ट्रीय आपदाओं और आकस्मिक परिस्थितियों में अधिक प्रभावी भूमिका निभा सकें।
सेमिनार ने इस तथ्य को रेखांकित किया कि पूर्व सैनिक अनुभव और विशेषज्ञता के माध्यम से भारत की सुरक्षा और विकास में सतत् योगदान देते हुए देश की प्रगति के स्तंभ बने हुए हैं।