झाड़ग्राम में छात्रों के लिए साइबर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
झाड़ग्राम। डिजिटल लेन–देन और सोशल मीडिया के बढ़ते उपयोग के साथ साइबर अपराधों की चुनौती लगातार गंभीर होती जा रही है। इसी को ध्यान में रखते हुए बुधवार शाम झाड़ग्राम जिले के विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों में साइबर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य युवाओं को ऑनलाइन ठगी और साइबर अपराधों के खतरों से सतर्क करना था।
यह कार्यक्रम झाड़ग्राम मेडिकल कॉलेज, कपगाड़ी सेवा भारती महाविद्यालय तथा संकरैल स्थित कुलटिकरी टीचर्स ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के छात्रों के लिए आयोजित किए गए। आयोजन साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन, झाड़ग्राम, उपभोक्ता मामले विभाग, झाड़ग्राम और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए) के संयुक्त सहयोग से किया गया।
साइबर अपराधों के नए तरीकों पर जानकारी
जागरूकता सत्रों में साइबर विशेषज्ञों ने छात्रों को ऑनलाइन ठगी के नए तरीकों, फर्जी कॉल और संदिग्ध लिंक से होने वाले नुकसान, सोशल मीडिया पर निजी जानकारी साझा करने के जोखिम और डिजिटल भुगतान के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में विस्तार से बताया।
इसके साथ ही छात्रों को यह भी समझाया गया कि यदि वे किसी साइबर अपराध के शिकार होते हैं, तो तत्काल शिकायत दर्ज कराने की प्रक्रिया क्या है और उन्हें कानूनी सहायता किस प्रकार मिल सकती है।
सतर्कता ही सबसे बड़ा बचाव
वक्ताओं ने कहा कि डिजिटल दुनिया में सुरक्षा केवल तकनीक पर निर्भर नहीं करती, बल्कि जागरूकता और सतर्कता सबसे बड़ा हथियार है। छात्रों से अपील की गई कि वे किसी भी अनजान कॉल, संदेश या लिंक पर प्रतिक्रिया देने से पहले उसकी पुष्टि करें और बैंकिंग या व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचें।
आयोजकों के अनुसार, ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं में साइबर सुरक्षा के प्रति जिम्मेदार सोच विकसित करना लक्ष्य है, ताकि वे स्वयं सुरक्षित रहें और समाज को भी साइबर अपराधों से बचाने में सक्रिय भूमिका निभा सकें।




