झारखंड आंदोलनकारियों का अपमान बर्दाश्त नहीं: पुष्कर महतो
रांची। झारखंड आंदोलनकारी संघर्ष मोर्चा (एएसएम) के प्रधान सचिव पुष्कर महतो ने राज्य सरकार और प्रशासन पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा है कि झारखंड आंदोलनकारियों का अपमान किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने गृह विभाग के आदेशों की अवहेलना का आरोप लगाते हुए कई जिलों के उपायुक्तों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की मांग की है।
शुक्रवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में पुष्कर महतो ने कहा कि गुमला, बोकारो, रामगढ़, लातेहार, चतरा, गोड्डा, पूर्वी सिंहभूम, जामताड़ा, पलामू और खूंटी जिलों के उपायुक्तों ने झारखंड अलग राज्य आंदोलन में संघर्ष, त्याग और बलिदान देने वाले आंदोलनकारियों को प्रमाण पत्र और सम्मान पत्र का वितरण नहीं कर उनका अपमान किया है।
प्रमाण पत्र वितरण में गंभीर अनियमितता का आरोप
पुष्कर महतो ने आरोप लगाया कि जिन जिलों में प्रमाण पत्र वितरित किए भी गए हैं, वहां प्रक्रिया खंडित, अपुष्ट और अधूरी रही। न तो अधिसूचना संख्या का उल्लेख किया गया और न ही पात्र आंदोलनकारियों को पर्याप्त संख्या में सम्मानित किया गया। उन्होंने इसे सरकार विरोधी षड्यंत्र और संघीय व्यवस्था के मूल्यों व मर्यादाओं का उल्लंघन बताया।
विभागीय कार्रवाई की मांग
एएसएम प्रधान सचिव ने राज्य सरकार से मांग की कि मामले की गंभीरता को देखते हुए संबंधित सभी उपायुक्तों पर तत्काल विभागीय कार्रवाई सुनिश्चित की जाए, ताकि भविष्य में कोई भी अधिकारी गृह विभाग के आदेशों की अनदेखी करने का साहस न कर सके।
3 जनवरी को मुख्यमंत्री आभार यात्रा
पुष्कर महतो ने यह भी घोषणा की कि 3 जनवरी 2026 को मारंग गोमके जयपाल सिंह मुंडा की जयंती के अवसर पर हजारों झारखंड आंदोलनकारी मुख्यमंत्री आभार यात्रा में शामिल होंगे। उन्होंने कहा कि यह यात्रा आंदोलनकारियों की एकता और सम्मान की लड़ाई का प्रतीक होगी।




