खूंटी, 17 अक्टूबर (हि.स.)। जल संसाधन विभाग की ओर से शुक्रवार को डीआरडीए सभागार में एकदिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। इस कार्यशाला का उद्देश्य सातवीं लघु सिंचाई गणना, द्वितीय जल निकाय गणना और प्रथम स्प्रिंग गणना के सफल संचालन के लिए प्रशिक्षण प्रदान करना था।
अधिकारियों ने किया शुभारंभ
कार्यशाला का शुभारंभ उप विकास आयुक्त आलोक कुमार ने कार्यपालक अभियंता श्रीकेश शिंकू और सहायक अभियंता राजकुमार नोनिया सहित अन्य पदाधिकारियों के साथ संयुक्त रूप से किया।
प्रशिक्षण में दी गई तकनीकी जानकारी
जिले के सभी प्रखंडों से आए सहायक अभियंता, कनीय अभियंता, जनसेवक, पंचायत सचिव और रोजगार सेवकों को सर्वेक्षण, डेटा संकलन और मोबाइल एप्लिकेशन से ऑनलाइन प्रविष्टि की प्रक्रिया समझाई गई।
सटीक डेटा का महत्व
उप विकास आयुक्त आलोक कुमार ने कहा कि जल संसाधन प्रबंधन और योजनाओं की प्रभावशीलता के लिए सटीक डेटा बेहद जरूरी है। गणनाकारों को गुणवत्तापूर्ण सर्वेक्षण कर विश्वसनीय आंकड़े तैयार करने चाहिए, ताकि नीतियों में उनका सही उपयोग हो सके।
प्रश्नोत्तर सत्र में चर्चा
कार्यशाला के अंत में विभागीय अधिकारियों ने प्रतिभागियों के प्रश्नों का समाधान किया और तकनीकी पहलुओं पर विस्तृत जानकारी दी।