जेआईसीए परियोजना रद्द: जापान का फैसला
टोक्यो (जापान) में जापान इंटरनेशनल कोऑपरेशन एजेंसी (जेआईसीए) ने जापान-अफ्रीका होमटाउन परियोजना रद्द करने का निर्णय लिया। परियोजना के विरोध के बाद इसकी औपचारिक घोषणा जल्द होने की संभावना है।
परियोजना का उद्देश्य और विवाद
अगस्त में घोषित इस परियोजना का लक्ष्य जापान और अफ्रीकी देशों के बीच आवासीय आदान-प्रदान को बढ़ावा देना था। हालांकि, अधिकारियों ने कहा कि परियोजना को गलती से अफ्रीका से आप्रवासन बढ़ाने की नीति माना गया। जापान में विरोध के कारण इसे रद्द करने की मांग बढ़ गई।
प्रभावित क्षेत्र और गतिविधियां
परियोजना के तहत नाइजीरिया के साथ चिबा प्रांत में किसाराज़ू, तंजानिया के साथ यामागाटा प्रांत में नागाई, घाना के साथ निगाटा प्रांत में संजो और मोज़ाम्बिक के साथ एहिमे प्रांत में इमाबारी में काम होना था। नाइजीरियाई राष्ट्रपति कार्यालय की गलत जानकारी ने विरोध को और बढ़ा दिया।
विरोध और समीक्षा
जापान की नगरपालिकाओं में प्रदर्शन और ई-मेल की बाढ़ के बाद जेआईसीए और विदेश मंत्रालय ने स्थिति की समीक्षा की। निष्कर्ष निकला कि यह पहल स्थानीय सरकारों पर अत्यधिक बोझ डालती है। प्रदर्शनकारियों और कुछ शहरी निकायों के समर्थन से परियोजना रद्द करना अनिवार्य हो गया।
मंत्रालय की प्रतिक्रिया
विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि परियोजना को इंटरनेट पर “विजय” के रूप में देखा जाना समस्याग्रस्त हो सकता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि अंतरराष्ट्रीय आदान-प्रदान बढ़ाना जारी रहेगा, लेकिन इस विशेष योजना को अब लागू नहीं किया जाएगा।
निष्कर्ष
जेआईसीए परियोजना रद्द होने के बाद जापान ने स्पष्ट किया कि स्थानीय सरकारों और जनता की भावनाओं का सम्मान प्राथमिकता है। अंतरराष्ट्रीय सहयोग जारी रहेगा, लेकिन विवादास्पद पहल वापस ले ली गई।