🚩 जींद में वामपंथियों का जोरदार प्रदर्शन
जींद शहर में सोमवार को वामपंथी दलों ने प्रदर्शन किया।
यह प्रदर्शन वीबी जीराम जी कानून के खिलाफ किया गया।
🔥 कानून की प्रतियां फूंकी गईं
प्रदर्शनकारियों ने कानून की प्रतियां जलाकर रोष जताया।
इसके बाद राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया।
📍 पुराने बस अड्डे पर जुटे कार्यकर्ता
सीपीआई (एम) और
सीपीआई के कार्यकर्ता एकत्र हुए।
🗣️ नेताओं ने साधा केंद्र पर निशाना
वरिष्ठ नेता प्रकाश चंद्र और सतपाल सरोहा ने संबोधित किया।
उन्होंने इसे ग्रामीण मेहनतकशों पर हमला बताया।
⚠️ मनरेगा को खत्म करने का आरोप
नेताओं ने कहा कि यह कानून मनरेगा को खत्म करता है।
उनके अनुसार यह अधिकार आधारित रोजगार प्रणाली को नष्ट करेगा।
📜 जबरन पारित कराने का दावा
आरोप लगाया गया कि कानून संसद में जबरन पारित हुआ।
इसके बाद राष्ट्रपति की मंजूरी लेकर लागू किया गया।
🌾 ग्रामीण मजदूरों के अधिकारों पर संकट
जिला सचिव कपूर सिंह ने चिंता जताई।
उन्होंने कहा कि मजदूर कॉर्पोरेट के भरोसे छोड़ दिए जाएंगे।
🪪 जॉब कार्ड नेशनलाइजेशन पर सवाल
नेताओं ने कहा कि जॉब कार्ड नेशनलाइजेशन से नुकसान होगा।
इससे लाखों परिवार योजना से बाहर हो सकते हैं।
🔄 मनरेगा मजबूत करने की मांग
वामपंथियों ने मनरेगा को और मजबूत करने की मांग की।
उन्होंने रोजगार के दिनों में वास्तविक बढ़ोतरी की बात कही।
🚨 आंदोलन जारी रखने का संकेत
नेताओं ने कहा कि आंदोलन आगे भी चलेगा।
ग्रामीण रोजगार के अधिकार की लड़ाई जारी रहेगी।




