जींद में राष्ट्रीय लोक अदालत का सफल आयोजन
जिला मुख्यालय स्थित न्यायिक परिसर में शनिवार को जींद राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। यह लोक अदालत राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण और हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार संपन्न हुई।
12,136 मामलों में से 10,406 का निपटारा
जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं चेयरपर्सन पूनम सुनेजा की देखरेख में आयोजित इस लोक अदालत में कुल 12,136 मामले रखे गए। इनमें से 10,406 मामलों का मौके पर ही आपसी सहमति से निपटारा किया गया।
3.47 करोड़ रुपये का सेटलमेंट
मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी मोनिका ने बताया कि लोक अदालत के माध्यम से कुल 3 करोड़ 47 लाख 47 हजार 595 रुपये की राशि का सेटलमेंट हुआ। इससे पक्षकारों को समय और धन दोनों की बचत हुई।
विभिन्न प्रकार के मामलों का समाधान
जींद राष्ट्रीय लोक अदालत में मोटर वाहन दुर्घटना से जुड़े 26 मामले, हिंदू विवाह अधिनियम से संबंधित 120 मामले, चेक बाउंस के 220 मामले, दीवानी मामलों के 454 केस और आपराधिक मामलों के 2,028 केस निपटाए गए। इसके अलावा बैंक लोन और प्री-लिटिगेशन से जुड़े कई मामलों का भी समाधान किया गया।
अनुभवी बेंचों ने निभाई अहम भूमिका
लोक अदालत के लिए अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश, फैमिली कोर्ट के प्रिंसिपल जज और विभिन्न प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट की बेंच गठित की गई थीं। सभी बेंचों ने त्वरित और निष्पक्ष निपटारे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
लोक अदालत का लाभ उठाने की अपील
सीजेएम मोनिका ने कहा कि लोक अदालत में मामलों का समाधान आपसी सहमति से होता है। इससे विवाद समाप्त होता है और सामाजिक सौहार्द भी बना रहता है। उन्होंने सभी न्यायिक अधिकारियों, कर्मचारियों और अधिवक्ताओं का सफल आयोजन के लिए आभार जताया।




