📍 बांदा, 13 जून (हि.स.) — जिला एवं सत्र न्यायाधीश देवेन्द्र सिंह के नेतृत्व में बांदा जिला कारागार का शुक्रवार को संयुक्त निरीक्षण किया गया। इस दौरान न्यायिक और प्रशासनिक अधिकारियों ने बंदियों से संवाद किया और कारागार की व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
⚖️ क्या है मामला?
निरीक्षण दल में प्रथम अपर जिला जज चन्द्रपाल, जिलाधिकारी जे. रीभा, पुलिस अधीक्षक पलाश बंसल, सीजेएम प्रफुल्ल चौधरी और अन्य अधिकारी मौजूद थे। निरीक्षण में बैरक संख्या 6, 9A, 9B, UA, UB, अस्पताल और पाकशाला शामिल रहीं।
📌 बंदियों को मिली जानकारी
बंदियों को बताया गया कि निजी अधिवक्ता न होने पर उन्हें निःशुल्क कानूनी सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। अब तक तीन बंदियों को यह सुविधा दी जा चुकी है।
🍛 पाकशाला निरीक्षण
खाद्य मेन्यू के अनुसार अरहर दाल, रोटी, चावल और आलू-कुल्फा सब्जी बनाई जा रही थी। जिला जज ने ड्रेनेज सिस्टम पर नाराज़गी जताते हुए नालियों को बंद करने के निर्देश दिए।
🧾 स्वास्थ्य और भेदभाव पर ध्यान
कारागार अस्पताल में भर्ती कैंसर पीड़ित दो बंदियों से मुलाकात कर इलाज की स्थिति की जानकारी ली गई। सुप्रीम कोर्ट के आदेश (W.P. 1404/2023) के पालन में जातीय भेदभाव संबंधी जानकारी ली गई, कोई शिकायत सामने नहीं आई।
👩 महिला बैरक का निरीक्षण
महिला बैरकों में दो बंदियों ने बताया कि उन्हें निःशुल्क अधिवक्ता मिल चुके हैं। जिलाधिकारी ने विधिक सलाह दी और पुलिस अधीक्षक ने मजदूरी संबंधी स्थिति जानी।
🔎 उपस्थित अधिकारी
निरीक्षण में जेल अधीक्षक अनिल गौतम, जेलर राकेश मौर्य, डॉ. संजीव वर्मा, डीईओ राशिद अहमद सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।