मुंबई, 27 मार्च (हि.स.)। बॉम्बे जिमखाना में बुधवार को हुए रोमांचक मुकाबलों में अनाहत सिंह, जोशना चिनप्पा और अभय सिंह ने शानदार प्रदर्शन करते हुए जेएसडब्ल्यू इंडियन ओपन के सेमीफाइनल में जगह बना ली। यह भारत का पहला पीएसए कॉपर टूर्नामेंट है और इसमें एक अनोखा मोड़ देखने को मिला जब मुकाबले बॉम्बे जिमखाना के लॉन पर बने आउटडोर ग्लास कोर्ट में खेले गए। सेमीफाइनल और फाइनल मुकाबले भी इसी कोर्ट पर खेले जाएंगे।
भारत की नंबर 1 स्क्वैश खिलाड़ी और जेएसडब्ल्यू की समर्थित अनाहत सिंह को जब वह अपने क्वार्टर फाइनल मुकाबले के लिए कोर्ट में उतरीं तो दर्शकों की जोरदार चीयरिंग सुनाई दी। उनका मुकाबला मिस्र की नादिन एल्हम्मामी से था। अनाहत ने बेहतरीन शुरुआत की और पहले गेम में पूरी तरह हावी रहीं। लेकिन एल्हम्मामी ने जोरदार वापसी की और दूसरा गेम टाई-ब्रेक तक ले जाकर जीत लिया। इसके बाद उन्होंने तीसरा गेम भी जीतकर मुकाबले में 2-1 की बढ़त बना ली। हालांकि, घरेलू दर्शकों के समर्थन से अनाहत ने चौथा गेम जीतकर स्कोर 2-2 से बराबर कर दिया। निर्णायक गेम में दोनों खिलाड़ियों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली, लेकिन 17 वर्षीय अनाहत ने दबाव में शानदार खेल दिखाया और रोमांचक मुकाबले में जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में प्रवेश किया।
जोशना चिनप्पा का मुकाबला शाम के सत्र में शीर्ष वरीयता प्राप्त अकांक्षा सालुंखे से हुआ। दोनों भारतीय खिलाड़ियों ने एक-दूसरे के खेल को अच्छे से समझते हुए जोरदार टक्कर दी। चिनप्पा ने पहले दो गेम बेहद करीबी अंतर से जीते, लेकिन सालुंखे ने शानदार वापसी करते हुए दो गेम जीतकर मुकाबले को निर्णायक गेम तक पहुंचा दिया। 56 मिनट तक चले इस रोमांचक मुकाबले में अंततः चिनप्पा ने 3-2 (12-10, 13-11, 9-11, 9-11, 11-5) से जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में जगह बना ली।
पुरुष वर्ग में भारत के अभय सिंह ने मलेशिया के अमीशेनराज चंद्रन के खिलाफ बेहतरीन खेल दिखाया। अपने शानदार फॉर्म को जारी रखते हुए अभय ने शुरू से ही मैच पर नियंत्रण बनाए रखा और अपने प्रतिद्वंदी को कोई मौका नहीं दिया। उन्होंने केवल 34 मिनट में 3-0 (11-5, 11-8, 11-7) से जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में प्रवेश किया।
दिन के आखिरी क्वार्टर फाइनल में भारत के वीर चोत्रानी का मुकाबला मिस्र के करीम एल टॉर्की से था। हालांकि, वीर ने कड़ी मेहनत की लेकिन वे करीम के सामने टिक नहीं पाए और 27 मिनट में 0-3 (11-4, 11-8, 11-5) से हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गए।