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पूर्व मंत्री केवल सिंह पठानिया का निधन

धर्मशाला, 20 मार्च (हि.स.)। हिमाचल के पूर्व मंत्री केवल सिंह पठानिया का निधन हो गया है। वह पिछले लंबे समय से बीमार चल रहे थे। 88 साल की उम्र में उन्होंने आधी रात को अंतिम सांस ली। पठानिया का आज उनके पैतृक गांव में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा।

ईमानदारी और सादगी की मिसाल, पठानिया ने अपने जीवन के अंतिम दिनों तक आम जनता से व्यक्तिगत संपर्क बनाए रखा और उनके दिलों में अपनी जगह बनाई। उनका अंतिम संस्कार आज दोपहर एक बजे बासा वजीरा के मोक्षधाम में राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। उनके निधन से हिमाचल प्रदेश की राजनीति में एक युग का अंत हो गया है।

वर्ष 1972 में उन्होंने नूरपुर क्षेत्र से पहली बार विधायक बनकर विधानसभा में नेतृत्व किया। 1990 में वीरभद्र सिंह की सरकार में, ज्वालामुखी क्षेत्र से विधायक बनकर उन्होंने परिवहन मंत्री के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभाई।

दो बार विधायक बने पठानिया एक बार मंत्री भी रहे

1937 में जन्में केवल सिंह पठानिया ने अपने राजनीतिक जीवन में दो बार विधायक और एक बार कैबिनेट मंत्री के रूप में सेवा दी। उनका राजनीतिक सफर संघर्ष और उपलब्धियों से भरा रहा। कांग्रेस परिवार से होने के बावजूद, उन्होंने आजाद और अन्य दलों से चुनाव लड़े।

1968 में पहली बार ब्लॉक समिति के अध्यक्ष चुने गए। 1972 में उन्होंने आजाद उम्मीदवार के रूप में पहला विधानसभा चुनाव लड़ा और सत महाजन को हराया। हालांकि, कांग्रेस ने उन्हें पार्टी में शामिल नहीं किया। क्योंकि सत महाजन प्रदेशाध्यक्ष बन चुके थे।

इसके बाद, 1977 में जनता पार्टी और 1982 में आजाद प्रत्याशी के तौर पर वह सत महाजन से चुनाव हार गए। 1985 में वीरभद्र सिंह के कहने पर उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा। लेकिन 1989 में कांग्रेस छोड़कर जनता दल के झंडे तले चुनाव लड़ा और सत महाजन को हराया। 1993 में जनता दल का कांग्रेस में विलय हुआ, जिसके बाद पठानिया ने ज्वालामुखी से चुनाव जीता और कांग्रेस सरकार में परिवहन मंत्री बने। 1998 में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। 2003 में उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा और 2007 में बसपा के झंडे तले चुनाव लड़ा लेकिन हार गए। यब उनका अंतिम चुनाव था।

उधर उनके निधन पर विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने शोक प्रकट करते हुए उनकी ईमानदारी और जन सेवा की तारीफ की है। नूरपुर से पूर्व विधायक और कांग्रेस नेता अजय महाजन और पूर्व मंत्री और भाजपा नेता राकेश पठानिया सहित जिला कांगड़ा के अन्य नेताओं ने भी उनके निधन पर शोक जताया है।

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