धर्मशाला, 06 मार्च (हि.स.)। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को लेकर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर धर्मशाला परिसर की सभी शिक्षकेतर और गैर शिक्षकेतर कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। “प्यार और आभार” शीर्षक से आयोजित इस कार्यक्रम का आयोजन अधिष्ठाता छात्र कल्याण और सस्टेनेबिलिटी क्लब और क्यूरोसिटी क्लब और कल्चरल क्लब (एचपीकेवी) और स्पर्श एपेक्स कमेटी के सहयोग से किया। इसमें बतौर मुख्य अतिथि अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. सुनील ठाकुर मौजूद रहे। इस मौके पर डा. मनप्रीत अरोड़ा ने कहा कि यह पहला अवसर है पर जहां विश्वविद्यालय का शिक्षकेतर और गैर शिक्षकेतर महिला स्टाफ मौजूद है। यह गर्व की बात है।
वहीं मुख्य अतिथि ने कहा कि महिला किसी भी क्षेत्र में पुरूषों से पीछे नहीं है। महिलाओं का हर क्षेत्र में पुरूषों के बराबर योगदान है। फिर चाहे वो शिक्षा का क्षेत्र हो, राजनीति हो या फिर सरकारी कार्यालय। महिलाएं एक धुरी की तरह हैं। वह परिवार के साथ-साथ अपने कामकाज को भी बखूबी संभालती हैं। मायका, ससुराल हो या फिर कार्यालय उनका योगदान सराहनीय है। केंद्रीय विश्वविद्यालय में भी महिला संकाय सदस्य हैं और शिक्षकेतर कमर्चारी हैं, जो सभी के बराबर कामकाज संभाल रही हैं। यह सराहनीय है। आज केंद्रीय विश्वविद्यालय में भी छात्रों की तुलना में छात्राओं की संख्या ज्यादा है।
वहीं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल ने इस आयोजन के लिए अधिष्ठाता छात्र कल्याण और एचपीकेवी की महिला संकाय सदस्यों को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि यह एक सराहनीय प्रयास है। भविष्य में भी इस तरह के आयोजन हों इसके लिए प्रयास किया जाएगा। विश्वविद्यालय परिवार को एक मुकाम तक पहुंचाने में महिला कर्मचारियों का योगदान सराहनीय है।
इस अवसर पर डा. प्रिया शर्मा ने पहाड़ी कविता, डीईओ अनु ठाकुर ने पहाड़ी गीत, एमबीए की छात्रा मुस्कान ने गीत की प्रस्तुति दी और एमटीएस पूनम ने अपने विचार रखे। इस कार्यक्रम में सभी महिलाओं को पौधे देकर सम्मानित किया गया।