काशी विश्वनाथ धाम वर्षगांठ पर भव्य आयोजन
शनिवार को वाराणसी में काशी विश्वनाथ धाम वर्षगांठ श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाई गई।
इस अवसर पर नमामि गंगे ने गंगाद्वार से भव्य आरती का आयोजन किया।
गंगाद्वार से बाबा विश्वनाथ को नमन
गंगाद्वार से काशी विश्वनाथ और मां गंगा की आरती उतारी गई।
इसके बाद बाबा विश्वनाथ को शीश नवाकर राष्ट्र की समृद्धि की कामना की गई।
महारानी अहिल्याबाई को किया नमन
बाबा धाम में पुण्यश्लोक माता अहिल्याबाई होल्कर को श्रद्धापूर्वक नमन किया गया।
गंगा निर्मलीकरण और पर्यावरण संरक्षण के लिए आशीर्वाद मांगा गया।
मंत्रोच्चार से गूंज उठा धाम परिसर
ॐ जय शिव ओंकारा और हर-हर महादेव के जयघोष गूंजते रहे।
काशी विश्वनाथ धाम वर्षगांठ पर पूरा धाम भक्तिरस में डूबा रहा।
काशी को बताया गया साधना का केंद्र
नमामि गंगे काशी क्षेत्र संयोजक राजेश शुक्ला ने काशी के महत्व को बताया।
उन्होंने कहा कि बाबा विश्वनाथ विश्व की साधना के प्रमुख केंद्र हैं।
सांस्कृतिक और आध्यात्मिक दिव्यता
भव्य और नव्य काशी विश्वनाथ धाम आज दिव्यता का प्रतीक बन चुका है।
यह धाम श्रद्धालुओं को आकर्षित और मंत्रमुग्ध करता है।
आर्थिक और सांस्कृतिक बदलाव
काशी विश्वनाथ धाम वर्षगांठ ने धाम के सामाजिक प्रभाव को भी रेखांकित किया।
धाम से बनारस की आर्थिक तस्वीर में सकारात्मक बदलाव आया है।
सनातन धर्म को जोड़ने वाला केंद्र
धाम ने सनातन धर्मावलंबियों को एक सूत्र में बांधने का कार्य किया।
देश-विदेश से श्रद्धालु यहां आस्था के साथ पहुंचते हैं।
कई श्रद्धालु रहे उपस्थित
कार्यक्रम में साध्वी शर्मा, शिवांगी मिश्रा और राहुल सिंह मौजूद रहे।
सभी ने बाबा के चरणों में श्रद्धा अर्पित की।




