❄️ ठंड में भी कम नहीं हुई श्रद्धालुओं की श्रद्धा
साल 2025 के अंतिम दिन बुधवार को वाराणसी में घना कोहरा और सर्द हवाएं चल रही थीं, लेकिन इसके बावजूद काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की आस्था अपने चरम पर दिखाई दी। भोर की मंगला आरती से पहले ही बाबा के झांकी दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की लंबी कतारें लग गईं।
🚩 गंगा स्नान कर बाबा के दरबार में पहुंचे भक्त
देश के विभिन्न राज्यों से आए श्रद्धालु दशाश्वमेध घाट, ललिता घाट और अन्य प्रमुख घाटों पर गंगा स्नान कर “हर-हर महादेव” का जयघोष करते हुए बाबा विश्वनाथ के दर्शन को पहुंचे।
मध्य प्रदेश से आए भक्तों ने बताया कि वे साल के अंतिम और नए साल के पहले दिन बाबा के दर्शन को अत्यंत शुभ मानते हैं।
🛕 काशी-अयोध्या बने नए आस्था पर्यटन केंद्र
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं के अनुसार, काशी विश्वनाथ कॉरिडोर और अयोध्या राम मंदिर के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में ऐतिहासिक वृद्धि हुई है। अब लोग गोवा या शिमला जैसे पर्यटन स्थलों की बजाय धार्मिक पर्यटन को प्राथमिकता दे रहे हैं।
👮♂️ चार लाख से अधिक श्रद्धालु प्रतिदिन
प्रशासनिक आंकड़ों के मुताबिक, क्रिसमस के बाद से रोजाना चार लाख से अधिक श्रद्धालु काशी पहुंच रहे हैं।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस और प्रशासन को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
🚔 नए साल को लेकर कड़ी सुरक्षा
आगामी नववर्ष को ध्यान में रखते हुए मंदिरों और गंगा घाटों पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।
मंगलवार देर शाम पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने स्वयं श्री काशी विश्वनाथ धाम का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की समीक्षा की।




