टूटा पुल, बढ़ी मुश्किलें
खूंटी, 04 सितंबर (हि.स.)। राजधानी रांची को खूंटी, गुमला, सिमडेगा समेत ओड़िशा और छत्तीसगढ़ से जोड़ने वाला खूंटी-तोरपा-कोलेबिरा मार्ग इन दिनों जानलेवा साबित हो रहा है। जून में भारी बारिश से पेलौल गांव के पास बनई नदी पर बना पुल टूट गया था।
वैकल्पिक मार्ग भी जर्जर
पुल टूटने के बाद वाहनों को जुरदाग, गम्हारिया और अंगराबारी होकर गुज़रना पड़ रहा है। भारी दबाव से ग्रामीण सड़कों पर गहरे गड्ढे बन गए हैं और दुर्घटनाएं आम हो गई हैं। तीन महीने बीत जाने के बाद भी न तो डायवर्सन बना है और न ही पुल निर्माण शुरू हो सका है।
गम्हारिया गांव सबसे प्रभावित
गम्हारिया गांव में स्थिति सबसे गंभीर है। यहां सड़क के बीचोंबीच चार फीट गहरा गड्ढा हो गया है। वाहनों का आधा हिस्सा धंस जाता है और स्कूली बच्चों से लेकर ग्रामीणों तक सभी की जान जोखिम में है। टूटी पाइपलाइन से लगातार पानी रिसने से गड्ढा और खतरनाक हो गया है।
ग्रामीणों में आक्रोश
ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन और जनप्रतिनिधि केवल बयानबाजी कर रहे हैं। गम्हारिया निवासी रामचंद्र स्वांसी ने कहा कि कम से कम बोल्डर और मोरम डालकर स्थिति सुधारी जाए। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द पुल निर्माण और सड़क मरम्मत शुरू नहीं हुई तो वे आंदोलन करेंगे।
प्रशासन से गुहार
ग्रामीणों ने सांसद कालीचरण मुंडा और विधायक रामसूर्या मुंडा को ज्ञापन सौंपकर तुरंत कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि अगर समय पर कदम नहीं उठाए गए तो कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।