पौड़ी गढ़वाल, 14 नवंबर। किलकारी मोबाइल सेवा को लेकर मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय में शुक्रवार को विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में स्वास्थ्य कर्मियों को इस सेवा के उद्देश्य, उपयोग और लाभ के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई।
क्या है किलकारी मोबाइल सेवा?
राज्य कार्यक्रम प्रबंधक डॉ. अखिलेश त्रिपाठी ने बताया कि किलकारी मोबाइल सेवा एक स्वास्थ्य आधारित मोबाइल प्रणाली है, जो गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं के लिए बनाई गई है।
यह सेवा—
- गर्भावस्था के चौथे महीने से शुरू होती है,
- बच्चे के जन्म के एक वर्ष तक जारी रहती है,
- और हर सप्ताह एक ऑडियो कॉल के जरिए महत्वपूर्ण स्वास्थ्य जानकारी देती है।
इन कॉल्स में गर्भावस्था देखभाल, पोषण, प्रसव तैयारी, नवजात की देखभाल और टीकाकरण जैसे विषयों पर सही और विश्वसनीय जानकारी मिलती है।
कैसे मिलेगा लाभ?
किलकारी सेवा का लाभ पाने के लिए गर्भवती महिला को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में पंजीकरण कराना अनिवार्य है। पंजीकृत मोबाइल नंबर पर स्वचालित कॉल आती है, जिसे सुनकर लाभार्थी स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करती हैं।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. शिव मोहन शुक्ला ने कहा कि यह सेवा ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों की महिलाओं के लिए विशेष रूप से उपयोगी साबित होगी।
स्वास्थ्य कर्मियों की भूमिका महत्वपूर्ण
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं जिला नोडल अधिकारी डॉ. पारुल गोयल ने ब्लॉक स्तर से आए प्रतिभागियों को निर्देश दिए कि वे आशा और एएनएम वर्करों के माध्यम से हर लाभार्थी को किलकारी मोबाइल सेवा की जानकारी दें और उनका पंजीकरण सुनिश्चित करें।
प्रशिक्षण में उपस्थित अधिकारी
प्रशिक्षण में सिद्धांत मेहरा, मनीष भट्ट, निम्मी कुकरेती, दिनेश शाह और दीपक सहित स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारी उपस्थित रहे।




