कोलकाता, 30 जून (हि.स.) — दक्षिण कोलकाता लॉ कॉलेज की एक 22 वर्षीय छात्रा के साथ हुए गैंगरेप मामले में कोलकाता पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है। पुलिस के अनुसार, यह अपराध पहले से योजनाबद्ध था और आरोपी लंबे समय से पीड़िता को टारगेट कर रहे थे।
🔍 कौन-कौन आरोपी हैं?
- मनोजीत मिश्रा – पूर्व छात्र
- प्रतीम मुखर्जी – वर्तमान छात्र
- जैद अहमद – वर्तमान छात्र
- एक सुरक्षा गार्ड – कॉलेज परिसर से जुड़ा व्यक्ति
इनमें से तीन आरोपी पूर्व में भी यौन शोषण मामलों में लिप्त रह चुके हैं।
📱 डिजिटल सबूत और वीडियो ब्लैकमेलिंग की जांच
पुलिस को संदेह है कि:
- आरोपियों ने पीड़िता की आपत्तिजनक वीडियो क्लिप रिकॉर्ड की।
- वीडियो का इस्तेमाल ब्लैकमेलिंग के लिए किया गया।
- 25 जून की घटना की भी रिकॉर्डिंग मौजूद हो सकती है।
पुलिस टीम ने प्रतीम और जैद के घर पर छापेमारी की है और अब डिजिटल डिवाइसेज़ की फॉरेंसिक जांच की जा रही है।
🧾 जांच का दायरा बढ़ा
- एसआईटी ने 25 से अधिक लोगों की सूची बनाई है जो घटना के समय कॉलेज परिसर में मौजूद थे।
- इन सभी से पूछताछ की जाएगी ताकि घटना की व्यापक जानकारी जुटाई जा सके।
📍 घटना का स्थान
दक्षिण कोलकाता के कसबा इलाके में स्थित लॉ कॉलेज का परिसर, जहां पर पीड़िता को कथित रूप से झांसे में लेकर ले जाया गया और अपराध को अंजाम दिया गया।
🔎 पुलिस अधिकारी का बयान
“यह कोई आकस्मिक वारदात नहीं थी, बल्कि सुनियोजित अपराध था। आरोपियों ने पहले दिन से ही पीड़िता को निशाना बनाना शुरू कर दिया था।” — कोलकाता पुलिस अधिकारी
✅ निष्कर्ष
यह मामला एक बार फिर महाविद्यालय परिसरों में महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करता है। पुलिस की जांच अभी जारी है और मोबाइल क्लिप से जुड़े डिजिटल सबूतों की तलाश सबसे अहम बन गई है। कोलकाता पुलिस का दावा है कि वह हर आरोपी और उसके नेटवर्क को बेनकाब करने के लिए प्रतिबद्ध है।