कोटा स्टेशन पर बढ़ती भीड़ के प्रबंधन के लिए ड्रोन सर्वेक्षण शुरू
कोटा, 1 दिसंबर (हि.स.)। पश्चिम मध्य रेलवे के कोटा रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की लगातार बढ़ती संख्या को ध्यान में रखते हुए अब कोटा स्टेशन ड्रोन सर्वेक्षण शुरू किया गया है। यह सर्वे भारत सरकार के उपक्रम राइट्स लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है। इसका उद्देश्य स्टेशन पर भीड़ की गतिशीलता, पार्किंग व्यवस्था और यातायात पैटर्न का वैज्ञानिक विश्लेषण करना है।
यात्रियों की आवाजाही का वैज्ञानिक अध्ययन
ड्रोन और वीडियो सर्वे के माध्यम से यह पता लगाया जाएगा कि स्टेशन परिसर में किस समय कितनी भीड़ रहती है, यात्रियों का प्रवेश-निकास प्रवाह कैसा है, कहाँ अधिक दबाव बनता है और पार्किंग या ट्रैफिक की समस्याएँ किन बिंदुओं पर हैं।
राइट्स लिमिटेड की टीम ने शनिवार को कोटा स्टेशन का स्थल निरीक्षण किया। निरीक्षण दल में सहायक अभियंता जीएसयू संजय दुबे, स्टेशन अधीक्षक वाणिज्य विकास गुप्ता और आईओडब्ल्यू जीएसयू ब्रजेश भी उपस्थित थे।
टीम ने स्टेशन के मुख्य प्रवेश द्वार, प्लेटफॉर्म क्षेत्रों, फुटओवर ब्रिज, सर्कुलेटिंग एरिया और पार्किंग स्पॉट का विस्तृत सर्वे किया।
यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा प्राथमिकता
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक सौरभ जैन ने बताया कि बढ़ते यात्री दबाव को देखते हुए यह ड्रोन सर्वेक्षण अत्यंत महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि सर्वे के आधार पर—
- भीड़-नियंत्रण व्यवस्था को बेहतर बनाया जाएगा
- यात्रियों के लिए संकेतक (साइनिज) को स्पष्ट और प्रभावी किया जाएगा
- पैदल और वाहन यातायात को व्यवस्थित किया जाएगा
- स्टेशन परिसर में सुरक्षित और सुगम संचलन सुनिश्चित होगा
सौरभ जैन के अनुसार ड्रोन सर्वे से प्राप्त डेटा को एक विस्तृत रिपोर्ट में संकलित किया जाएगा, जिसके आधार पर कोटा रेलवे स्टेशन में भविष्य की विकास योजनाएँ बनाई जाएंगी।




