📍 देहरादून, 05 जून (हि.स.) – भारतीय सेना की सेंट्रल कमांड के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल अनिंद्य सेनगुप्ता ने रानीखेत, कुमाऊं से “कुमाऊं क्वेस्ट” मोटरसाइकिल अभियान को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। सेना द्वारा संचालित यह नौ दिवसीय अभियान युवाओं को प्रेरित करने, महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा देने, और सीमा पर्यटन को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है।
🧭 अभियान की प्रमुख विशेषताएं:
- यह यात्रा कुमाऊं क्षेत्र की दुर्गम और सुरम्य पर्वतीय सीमाओं से होकर गुज़रेगी।
- इसका नेतृत्व एक महिला अधिकारी कर रही हैं, जो नारी शक्ति और सैन्य नेतृत्व में समावेशिता का प्रतीक है।
- अभियान के दौरान “अग्निपथ योजना”, “भारतीय सेना से जुड़ें”, और “वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम” जैसी राष्ट्रीय पहलों को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
👥 सामाजिक सहभागिता और संवाद:
- रैली के दौरान NCC कैडेट्स के साथ संवादात्मक सत्र आयोजित होंगे जिसमें सेना के जीवन और करियर के अवसरों पर मार्गदर्शन दिया जाएगा।
- साथ ही, पिथौरागढ़ और डीडीहाट जैसे सुदूरवर्ती क्षेत्रों में वीर नारियों और युद्ध वीरों को सम्मानित किया जाएगा।
🌄 सीमा पर्यटन और ग्रामीण विकास:
- अभियान सीमा और साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देगा जिससे स्थानीय क्षेत्रों में आर्थिक विकास को बल मिलेगा।
- यह प्रयास भारतीय सेना की उस भूमिका को रेखांकित करता है जिसमें वह केवल सीमाओं की सुरक्षा तक सीमित नहीं, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने में भी सहायक है।
🤝 साझेदारी:
- यह मिशन हीरो मोटोकॉर्प लिमिटेड के सहयोग से संचालित हो रहा है, जिससे राष्ट्रीय गर्व और सामाजिक जागरूकता को बल मिलेगा।
🇮🇳 सेना का संदेश:
“भारतीय सेना केवल एक रक्षक शक्ति नहीं, बल्कि समाज में प्रेरणा, विश्वास और विकास का संवाहक है। ‘राष्ट्र सर्वोपरि, सदैव सर्वोपरि’ के मूल मंत्र के साथ यह यात्रा आगे बढ़ रही है।”