उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को और अधिक सशक्त बनाने के उद्देश्य से 27 और 28 दिसंबर को लखनऊ स्थित पुलिस मुख्यालय में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का सम्मेलन आयोजित किया जाएगा। इस दो दिवसीय सम्मेलन की अध्यक्षता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे।
सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य आमजन-केंद्रित पुलिसिंग, तकनीक आधारित पुलिस व्यवस्था, और अपराध एवं अपराधियों के विरुद्ध त्वरित व प्रभावी कार्रवाई को और अधिक मजबूत बनाना है।
👮♂️ डीजीपी राजीव कृष्ण ने दी जानकारी
पुलिस महानिदेशक राजीव कृष्ण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि यह सम्मेलन केवल औपचारिक बैठक नहीं बल्कि लक्ष्य-आधारित और भविष्यपरक योजना निर्माण का मंच है। इसके माध्यम से यूपी पुलिस को अधिक पेशेवर, आधुनिक, जवाबदेह और जनता-मुखी बनाने के लिए ठोस रोडमैप तैयार किया जाएगा।
📊 11 सत्रों में होगा मंथन
सम्मेलन में कुल 11 विषयगत सत्रों में 45 वरिष्ठ पुलिस अधिकारी प्रस्तुतीकरण देंगे।
🗓️ 27 दिसंबर के सत्र
- सत्र-01: बीट पुलिसिंग
- सत्र-02: महिलाओं, बच्चों के विरुद्ध अपराध एवं मानव तस्करी
- सत्र-03: थाना प्रबंधन एवं उन्नयन
- सत्र-04: साइबर अपराध
- सत्र-05: मानव संसाधन विकास, पुलिस कल्याण, व्यवहार एवं प्रशिक्षण
- सत्र-06: अभियोजन एवं कारागार
- सत्र-07: CCTNS 2.0, न्याय संहिता एवं फॉरेंसिक
🗓️ 28 दिसंबर के सत्र
- सत्र-08: आपदा प्रबंधन, सिविल डिफेंस एवं होमगार्ड
- सत्र-09: भीड़ प्रबंधन
- सत्र-10: खुफिया तंत्र, सोशल मीडिया, एनजीओ एवं नेपाल सीमा से जुड़ी चुनौतियां
- सत्र-11: आतंकवाद निरोध, नारकोटिक्स, गो-तस्करी एवं संगठित अपराध
इसके अतिरिक्त बेस्ट प्रैक्टिसेस और नवाचारों पर भी एक विशेष अनुपूरक सत्र आयोजित किया जाएगा, जिसमें जिलों की सफल रणनीतियों को साझा किया जाएगा।




