महाकुम्भ में वीरांगनाओं की अलख जगाएगी संस्कार भारती
महाकुंभनगर,21 जनवरी (हि.स.)। भारतीय राष्ट्रीय स्वाधीनता की शताब्दी के प्रथम पुरश्चरण में कला और साहित्य की अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती प्रयागराज महाकुंभ में 22 जनवरी को भारत के निर्माण में योगदान देने वाली आदर्श महिला एवं वीरांगनाओं की शोभायात्रा के माध्यम से संपूर्ण विश्व में अलख जगाएगी। यह जानकारी संस्कार भारती के अखिल भारतीय मंचीय कला के संयोजक देवेन्द्र रावत ने दी।
देवेन्द्र रावत ने बताया कि कार्यक्रम का उद्घाटन केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और संस्कार भारती के अ.भा. संगठन मंत्री अभिजीत गोखले करेंगे।
इस कार्यक्रम में भारत के राष्ट्रीय, सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक व आध्यात्मिक क्षेत्रों में अपने शौर्य का, मेघा का और जीवट का प्रदर्शन करने वाली नारी-शक्ति को पुनर्जागरण का संदेश देने वाली योगदात्रियों जैसे रानी दुर्गावती, लोकमाता अहिल्याबाई होलकर, सावित्रीबाई फुले, महारानी लक्ष्मीबाई, रानी चेन्नम्मा, अवंती बाई, सुभद्रा कुमारी चौहान, लता मंगेशकर, नागालैंड की रानी गाइदिन्ल्यू, सुचेता कृपलानी, सरोजनी नायडू, रानी पद्मिनी, भगिनी निवेदिता, मीराबाई, महादेवी वर्मा, कल्पना चावला, गौरा देवी, तीलू रौतेली आदि सहित पूरे देश की सभी प्रान्तों से लगभग दो सौ दिव्य स्वरूपों की भव्य शोभायात्रा निकालकर उन्हें श्रद्धादर समर्पित करते हुए वर्तमान पीढ़ियों को राष्ट्रीय, सामाजिक और सांस्कृतिक नव जागरण का सन्देश दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि यह वर्ष महीमसी मीराबाई का 525 वीं और चन्देलकन्या महारानी दर्गावती की 500 वीं और लोकमाता अहिल्याबाई होलकर की 300 वीं जयंती का वर्ष है। यह तीनों ही इस शोभायात्रा का नेतृत्व करेंगी। इस झांकी में भारत के प्रत्येक प्रांत से आए हुए कलाकार युवा-शक्ति के जागरण, नए समाज के अभ्युदय और नए भारत के निर्माण के लिए संकल्पित संस्कार भारती के कार्यकर्ता अपनी- अपनी क्षेत्रीय विभूतियों को सज्जित और योजित करेंगे।