महात्मा गांधी अस्पताल में मरीजों की सुरक्षा को लेकर नवाचार, हाईटेक निगरानी व्यवस्था लागू
जोधपुर। शहर का महात्मा गांधी अस्पताल अब आधुनिक तकनीक के साथ मरीजों की सुरक्षा को लेकर एक नया उदाहरण पेश कर रहा है। बीते वर्षों में अस्पताल परिसर में जेबकटी और मोबाइल चोरी जैसी घटनाओं को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया है। इसके तहत अस्पताल में अभय कमांड सेंटर की तर्ज पर कैमरा कंट्रोल सेंटर स्थापित किया गया है।
232 कैमरों से 24 घंटे निगरानी
अस्पताल के नर्सिंग अधीक्षक एवं कैमरा कंट्रोल सेंटर के प्रभारी महिपाल सिंह ने बताया कि पूरे अस्पताल परिसर में 232 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिनकी 24 घंटे राउंड-द-क्लॉक मॉनिटरिंग की जा रही है। अस्पताल में तीन अलग-अलग कैमरा कमांड सेंटर बनाए गए हैं, जहां नर्सिंग अधिकारी लगातार ड्यूटी पर रहते हैं।
इन कैमरों की रिकॉर्डिंग 15 से 30 दिन तक सुरक्षित रहती है, जिससे किसी भी संदिग्ध घटना की जांच आसानी से की जा सकती है।
स्टाफ और व्यवस्थाओं पर भी रहेगी नजर
कैमरा कंट्रोल सेंटर के माध्यम से अस्पताल में आने वाली भीड़, डॉक्टरों की उपस्थिति, नर्सिंग स्टाफ की ड्यूटी और अन्य व्यवस्थाओं की भी निगरानी की जा रही है। इससे न केवल मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित हो रही है, बल्कि अस्पताल की कार्यप्रणाली में भी पारदर्शिता आई है।
असामाजिक तत्वों पर सख्त निगरानी
रात के समय अस्पताल परिसर में मरीजों के परिजन खुले में सोते हैं। ऐसे में चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए विशेष निगरानी रखी जा रही है। किसी भी संदिग्ध गतिविधि के नजर आने पर सुरक्षा टीम तत्काल मौके पर पहुंचती है। यदि स्थिति संदेहास्पद पाई जाती है, तो पुलिस को भी सूचित किया जाता है।
इस व्यवस्था के चलते अस्पताल में असामाजिक तत्वों की आवाजाही पर प्रभावी रोक लगी है।
मरीज और परिजनों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता: अधीक्षक
अस्पताल अधीक्षक डॉ. फतेह सिंह भाटी ने बताया कि प्रिंसिपल डॉ. बीएस जोधा के मार्गदर्शन में अस्पताल में कई नवाचार किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मरीजों और उनके परिजनों की सुरक्षा अस्पताल प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। कैमरा कंट्रोल सेंटर के माध्यम से अवांछनीय घटनाओं को रोका जा रहा है और अस्पताल को सुरक्षित बनाया जा रहा है।




