देहरादून, 06 जून (हि.स.) — देहरादून के प्रेमनगर थाना क्षेत्र में स्टोन क्रशर मालिक और भाजपा नेता रोहित नेगी हत्या मामले के मुख्य आरोपितों को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया है। पुलिस टीम ने मुजफ्फरनगर-मंगलौर बॉर्डर पर आरोपितों को देखा और उनका पीछा किया। जवाबी फायरिंग में दोनों आरोपितों के पैरों में गोली लगी, जिनको गंभीर हालत में अस्पताल भेजा गया है।
🚔 पुलिस कार्रवाई का विस्तृत विवरण
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आरोपितों के संभावित ठिकानों पर पुलिस ने छापेमारी की। आरोपितों को पकड़ने के लिए गठित पुलिस टीमें लगातार दबिश दे रही थीं। देर रात मोहम्मद अजहर त्यागी (पुत्र अब्दुल रब) निवासी प्रधान पट्टी बरला, थाना पुरकाजी, मुजफ्फरनगर और आयुष कुमार उर्फ सिकंदर (पुत्र विजय कुमार) निवासी मालैन्डी, शामली बॉर्डर पर देखे गए। भागने पर पुलिस ने फायरिंग की, जिसमें दोनों घायल हुए।
🕵️♂️ हत्या की घटना का पृष्ठभूमि
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि मंगलवार तड़के प्रेमनगर पुलिस को सूचना मिली कि मांडूवाला पीपल चौक पर एक व्यक्ति को गोली लगी है। मौके पर पहुंचकर पता चला कि घायल को ग्राफिक एरा अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान क्रशर मालिक और भाजपा नेता रोहित नेगी के रूप में हुई।
👥 हत्या का कारण और घटनाक्रम
रोहित नेगी अपने कुछ दोस्तों के साथ पार्टी कर रहे थे, जिसमें एक युवती भी शामिल थी जो रोहित के दोस्त की मित्र है। पार्टी के दौरान युवती के फोन पर अजहर मलिक का फोन आया और दोनों के बीच विवाद हो गया। रोहित नेगी ने यह सुना और अजहर से भिड़ गए। बाद में सभी समझा-बुझाकर शांत हुए और अलग-अलग चले गए।
रोहित नेगी की कार को अजहर और उसके एक साथी ने मोटरसाइकिल पर रोक लिया। अजहर ने कार के शीशे के सामने जाकर गोली चला दी, जो रोहित के गले में लगी और उसकी मौत हो गई।