📰 मालवा में बारिश नहीं होने से सोयाबीन फसल बर्बाद, किसानों ने एसडीएम से मांगा मुआवजा
खाचरोद, 12 अगस्त (हि.स.)। मध्य प्रदेश के मालवा प्रांत में इस साल मानसून की बेरुखी से किसानों की उम्मीदें टूट गई हैं। बारिश की कमी और ‘पीला मोजेक’ नामक बीमारी के चलते सोयाबीन की फसलें पीली पड़कर सूख गईं, जिससे किसानों की मेहनत और हजारों रुपये की लागत पूरी तरह बर्बाद हो गई।
🌾 किसानों की चिंता और आंदोलन की चेतावनी
खाचरोद में मंगलवार को श्री धाकड़ महासभा युवा संघ के जिला अध्यक्ष नारायण मंडावलिया के नेतृत्व में किसानों ने एसडीएम नेहा साहू को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। इसमें तत्काल राहत, उचित मुआवजा और नुकसान के वास्तविक सर्वे की मांग की गई। साथ ही चेतावनी दी गई कि मांग पूरी न होने पर बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
☔ सावन बिना बरसे बीता, बीमारी ने बढ़ाई मुसीबत
किसानों के अनुसार, सावन का महीना बिना पर्याप्त बारिश के बीत गया। ऊपर से ‘पीला मोजेक’ बीमारी ने फसल को पूरी तरह चौपट कर दिया, जिससे पौधों पर फलियां नहीं आ रहीं। कई किसानों ने कर्ज लेकर बुवाई की थी और अब वे आर्थिक संकट में हैं।
📋 ज्ञापन में प्रमुख मांगें
- खाचरोद व आसपास के गांवों में तत्काल नुकसान का सर्वे
- सर्वे में कागजी खानापूर्ति नहीं, बल्कि वास्तविक आंकलन
- किसानों को जल्द से जल्द उचित मुआवजा और राहत