आजादी में बंगाल की अहम भूमिका: ममता बनर्जी
कोलकाता में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया कि बंगाल के बिना भारत को आजादी नहीं मिलती। उन्होंने कहा कि बंगाल की धरती ने रवींद्रनाथ टैगोर, काज़ी नज़रुल इस्लाम और नेताजी सुभाष चंद्र बोस जैसे महानायक दिए, जिनका योगदान स्वतंत्रता संग्राम में अमूल्य रहा।
बलिदान और योगदान के तथ्य
ममता के अनुसार, अंडमान की सेलुलर जेल में बंद 70% कैदी बंगाल से थे, जबकि पंजाब दूसरे स्थान पर था। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय गान, राष्ट्रीय गीत और ‘जय हिंद’ का नारा भी बंगाल की देन हैं।
कन्याश्री योजना का जिक्र
कार्यक्रम में कन्याश्री योजना की 12वीं वर्षगांठ पर बोलते हुए उन्होंने बताया कि अब तक 93 लाख छात्राएं इस योजना से लाभान्वित हो चुकी हैं। गरीब स्कूली छात्राओं को हर साल आर्थिक मदद और 18 वर्ष की उम्र में विशेष अनुदान दिया जाता है, जिससे स्कूल ड्रॉपआउट दर में भारी कमी आई है।
भाषा और संस्कृति पर जोर
ममता बनर्जी ने बंगाली भाषा के सम्मान की मांग करते हुए कहा कि जैसे हम अन्य भाषाओं का सम्मान करते हैं, वैसे ही हमारी भाषा का भी सम्मान होना चाहिए। उन्होंने नोएडा की उस घटना का उल्लेख किया, जहां बंगाली बोलने पर होटल में कमरा नहीं दिया गया।
केंद्र पर आरोप
सीएम ने केंद्र सरकार पर फंड रोकने और उच्च शिक्षा में छात्रवृत्ति कम करने का आरोप लगाया। उन्होंने युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर देते हुए कहा, “हम चाहते हैं कि युवा पढ़ाई करें, आगे बढ़ें और किसी के आगे हाथ न फैलाएं।”