📍 कोलकाता, 16 जून (हि.स.) – पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को विधानसभा में भाजपा पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा शासित राज्यों में बांग्ला बोलने वाले भारतीय नागरिकों को ‘बांग्लादेशी’ कहकर अपमानित किया जा रहा है।
🧾 मुख्यमंत्री का बयान:
“आपको शर्म आनी चाहिए कि आप केवल भाषा के आधार पर भारतीय नागरिकों को बांग्लादेशी बता रहे हैं। बांग्ला, गुजराती, मराठी और हिंदी— ये सभी हमारी भारतीयता की पहचान हैं।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिनके पास वैध दस्तावेज जैसे वोटर ID, पैन कार्ड, आधार कार्ड हैं, उन्हें भी रोज़गार और नागरिक अधिकारों से वंचित किया जा रहा है।
🏛️ भाजपा विधायकों का विरोध:
ममता बनर्जी के बयान के दौरान भाजपा विधायकों ने जोरदार विरोध किया और नारेबाजी की, लेकिन मुख्यमंत्री अपने बयान पर अडिग रहीं।
💬 भाषा आधारित ‘विचहंट’ का आरोप:
मुख्यमंत्री ने इसे “भाषा आधारित विचहंट (राजनीतिक उत्पीड़न)” बताते हुए कहा कि यह भारत की बहुभाषिक और बहुसांस्कृतिक पहचान के खिलाफ है।
💰 केंद्र पर आर्थिक भेदभाव का आरोप:
- ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर पश्चिम बंगाल के साथ आर्थिक सौतेला व्यवहार करने का आरोप भी लगाया।
- इसके बावजूद राज्य सरकार ने:
- 69,000 किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया (पथश्री योजना)
- ₹11,000 करोड़ की लागत से आवास योजनाएं चलाईं
- बंगाल पांच वर्षों से ग्रामीण सड़क और आवास योजनाओं में अव्वल रहा है।
📢 मुख्य संदेश:
ममता बनर्जी ने कहा कि भाजपा राजनीतिक लाभ के लिए नागरिकों की भाषा और पहचान को निशाना बना रही है, जो संविधान और संघीय ढांचे के खिलाफ है।