📍 कोलकाता, 11 जून (हि.स.) — पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने रथयात्रा से पूर्व दीघा स्थित नवनिर्मित जगन्नाथ मंदिर में आयोजित स्नान यात्रा के लिए एक विशेष पहल की है। उन्होंने अपने बगीचे से तोड़े गए आम और कटहल भगवान जगन्नाथ को भोग स्वरूप भेजे हैं।
🍛 इस्कॉन के वरिष्ठ पदाधिकारी राधारमण दास के अनुसार, मुख्यमंत्री द्वारा भेजे गए फल भगवान को अर्पित किए गए 56 भोगों में शामिल थे। यह आयोजन इस वर्ष खास है क्योंकि अक्षय तृतीया को उद्घाटन के बाद यह पहली रथयात्रा है जो इस मंदिर में संपन्न होगी।
🚿 बुधवार सुबह करीब 11 बजे भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा की पारंपरिक स्नान यात्रा आयोजित की गई। इस दौरान उन्हें विशेष उपचारों के साथ स्नान कराया गया और शाम को ‘गजवेश’ धारण कर भक्तों को दर्शन दिए गए।
🛌 परंपरा के अनुसार, स्नान यात्रा के बाद भगवान को ‘ज्वर’ आता है और वे लगभग 15 दिनों के लिए सार्वजनिक दर्शन से दूर रहते हैं। इस दौरान उन्हें ‘अन्तःपुर’ में विश्राम कराया जाता है।
📆 अब मंदिर के कपाट 26 जून को पुनः खुलेंगे, जब भगवान रथ पर सवार होकर अपनी मौसी के घर (गुंडिचा मंदिर) की यात्रा पर निकलेंगे। आयोजन को लेकर श्रद्धालुओं में विशेष उत्साह देखा जा रहा है।