मंडी के पधर में बेसहारा बच्चों के लिए सुख-आश्रय योजना का वरदान
मंडी, 5 सितंबर। हिमाचल प्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना उपमंडल पधर में बेसहारा बच्चों के लिए वरदान साबित हो रही है। इस योजना के तहत 17 लाभार्थियों को पक्का घर बनाने के लिए कुल 51 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई है।
लाभार्थियों की खुशी और सरकार का आभार
गांव सुरहान की अनीता कुमारी ने बताया कि माता-पिता का साया सिर से उठ जाने के बाद अब उन्हें सरकार का ममतामयी आंचल मिला है। उन्हें घर बनाने के लिए 3 लाख रुपए मंजूर हुए हैं, जिसमें से 1 लाख रुपए उनके खाते में ट्रांसफर हो चुके हैं। इसके साथ ही उन्हें मासिक 4 हजार रुपए की पॉकेट मनी भी मिल रही है।
गांव के अन्य लाभार्थी ब्रह्मानंद चालक, सोमचंद और विनोद कुमार ने भी योजना के तहत घर बनवाने और सुरक्षित जीवन जीने के लिए प्रदेश सरकार तथा मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू का धन्यवाद किया।
योजना का महत्व और सरकारी प्रयास
बाल विकास परियोजना अधिकारी द्रंग कुंदन हाजिरी ने बताया कि मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना के तहत पधर उपमंडल के 17 लाभार्थियों को गृह निर्माण के लिए 51 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। इस योजना के माध्यम से न केवल बेसहारा बच्चों को आश्रय मिलता है, बल्कि उन्हें सम्मानजनक और सुरक्षित जीवन जीने का अवसर भी मिलता है।
सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन की दिशा
लाभार्थियों ने बताया कि अब पक्का घर होने से उन्हें बरसात में परेशानी नहीं होगी और वे सुरक्षित जीवन जी सकेंगे। इस योजना से राज्य सरकार ने यह संदेश दिया है कि माता-पिता के बिना जीवन जी रहे बच्चों के लिए सरकार ही उनकी माता-पिता की भूमिका निभा रही है।