📉 मानेसर की हालत क्यों हो गई है बदतर?
हरियाणा के मानेसर को कभी राज्य का सबसे आधुनिक और विकसित Manesar industrial क्षेत्र माना जाता था, लेकिन आज यहां के हालात देखकर लोग हैरान हैं।
सड़कों की खराब हालत, गड्ढों में भरा गंदा पानी, और जनसुनवाई की कमी ने यहां काम कर रहे उद्यमियों और श्रमिकों को रोज़ाना की मुश्किलों में डाल दिया है।
🚧 सड़कों पर गड्ढे और पानी का जमा रहना
- सेक्टर-6 से नाहरपुर जोड़ने वाली सड़क सबसे ज़्यादा प्रभावित है।
- सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढों में गंदा पानी भर जाता है जिससे वाहन चलाना मुश्किल हो जाता है।
- बारिश के दिनों में ये गड्ढे दिखाई नहीं देते, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है।
🏭 उद्यमियों की परेशानी
“मानेसर एक समय प्रदेश का सबसे बेहतर औद्योगिक क्षेत्र था, लेकिन अब यहां मूलभूत सुविधाएं भी नहीं मिल पा रहीं,” — एक स्थानीय उद्यमी
- खराब सड़कों के कारण प्रोडक्शन व लॉजिस्टिक लागत बढ़ गई है।
- प्रशासन से कई बार शिकायतें की जा चुकी हैं लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
- आने-जाने वाले क्लाइंट्स और निवेशकों पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।
👣 पैदल चलने वालों की मुसीबत
- फैक्ट्रियों में काम करने वाले सैकड़ों श्रमिक रोज़ाना इन्हीं सड़कों से पैदल आते-जाते हैं।
- जगह-जगह फिसलन और जलभराव की वजह से कई बार चोटें लगने की घटनाएं हो चुकी हैं।
🔁 बाहरी सड़कों की हालत भी चिंताजनक
- औद्योगिक क्षेत्र की बाहरी संपर्क सड़कों की स्थिति और भी ज़्यादा खराब है।
- कई जगहों पर सड़कें पूरी तरह से टूट चुकी हैं, जिससे भारी वाहनों का चलना बेहद जोखिमभरा हो गया है।
🧾 क्या कहना है ग्रामीणों का?
- आसपास के ग्रामीणों का आरोप है कि उनकी कॉलोनियों और गांवों का गंदा पानी भी इन सड़कों पर जमा हो रहा है।
- न तो जल निकासी की कोई व्यवस्था है, न ही सड़क मरम्मत की कोई योजना ज़मीन पर दिख रही है।
📢 मांगे और सुझाव
- सड़क मरम्मत का तत्काल कार्य शुरू किया जाए।
- जल निकासी की उचित व्यवस्था बनाई जाए।
- स्थायी समाधान के लिए प्रशासन और HSIIDC को संयुक्त प्लान बनाना चाहिए।
- जन सुनवाई तंत्र को मज़बूत किया जाए, ताकि शिकायतें सिर्फ कागजों में न रह जाएं।