दिल्ली की भीड़भाड़ भरी गलियों में मंगलवार को एक ऐसा दरवाज़ा खोला गया, जिसके भीतर सिर्फ डॉक्टर नहीं… एक नई सोच छिपी है। बल्लीमारान की एक पुरानी इमारत में अचानक कुछ हलचल देखी गई। लोगों की आंखें तब खुली की खुली रह गईं, जब वहां पर दिल्ली के महापौर राजा इकबाल सिंह ने ‘आयुष्मान आरोग्य मंदिर’ का उद्घाटन किया।
नाम सुनते ही सबने सोचा—”एक और डिस्पेंसरी?” लेकिन जैसे-जैसे भीतर की तस्वीरें सामने आईं, यह जगह महज़ एक सरकारी स्वास्थ्य केंद्र नहीं, बल्कि एक हेल्थ मिशन का सीक्रेट बेस निकला।
महापौर ने अपने संबोधन में बताया कि यहां मिलने वाली सुविधाएं किसी निजी अस्पताल से कम नहीं होंगी—14 प्रकार की जांचें, टेलीमेडिसिन, और गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष सेवाएं… और वह भी बिल्कुल मुफ्त।
लेकिन सवाल उठता है—इतनी सुविधाएं? वो भी बल्लीमारान की तंग गलियों में? आखिर माजरा क्या है?
महापौर ने धीरे से मुस्कराते हुए कहा, “यह सिर्फ शुरुआत है। दिल्ली में जल्द ही ऐसे 1,139 आरोग्य मंदिर और खुलने वाले हैं।”
उनकी यह बात सुनकर लोग सन्न रह गए। क्या ये वाकई स्वास्थ्य क्रांति की शुरुआत है या कोई बड़ी रणनीति का हिस्सा?
जो भी हो, अब बल्लीमारान सिर्फ अपनी चांदनी चौक की मिठाइयों और पुराने बाजारों के लिए नहीं जाना जाएगा, बल्कि ‘आरोग्य के इस रहस्यमयी मंदिर’ के लिए भी मशहूर होगा।
🔍 खास बातें जो आपको जाननी चाहिए:
- केंद्र में फ्री दवाइयां और इलाज
- गर्भवती महिलाओं को मुफ्त जांच व परामर्श
- दिल्ली में 1,139 ऐसे मंदिर बनने की योजना
- ‘मोहल्ला क्लिनिक’ मॉडल से अलग, कहीं ज्यादा उन्नत
❝अब सवाल ये है – क्या हर गली को मिलेगा ऐसा ही एक रहस्य मंदिर? या बल्लीमारान को चुना गया है किसी खास वजह से?❞
जवाब जल्द मिलेगा… अगली गली में…