नेचुरल स्टोन्स माइनिंग और प्रोसेसिंग में सक्रिय मिडवेस्ट लिमिटेड आईपीओ ने आज स्टॉक मार्केट में जोरदार एंट्री की। आईपीओ के तहत शेयर 1,065 रुपये में जारी हुए थे। बीएसई पर 1,165.10 रुपये और एनएसई पर 1,165 रुपये के स्तर पर लिस्टिंग हुई। शुरुआती कारोबार में शेयर 1,180.65 रुपये तक पहुंच गया, जिससे निवेशकों को लगभग 10.86% का लाभ हुआ।
कंपनी का 451 करोड़ रुपये का आईपीओ 15 से 17 अक्टूबर तक सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था और इसे शानदार रिस्पॉन्स मिला। आईपीओ ओवरऑल 22.36 गुना सब्सक्राइब हुआ। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स के लिए 146.99 गुना, नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स के लिए 176.57 गुना और रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए 25.52 गुना सब्सक्रिप्शन हुआ।
आईपीओ से जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी की सब्सिडरी मिडवेस्ट नियोस्टोन के क्वार्ट्ज प्रोसेसिंग प्लांट के दूसरे चरण में, इलेक्ट्रिक डंप ट्रकों की खरीद, माइन में सोलर एनर्जी इंटीग्रेशन, पुराने कर्ज घटाने और कॉरपोरेट उद्देश्यों में किया जाएगा।
कंपनी की वित्तीय स्थिति लगातार मजबूत रही है। वित्त वर्ष 2022-23 में शुद्ध लाभ 54.44 करोड़ रुपये था, जो 2023-24 में 100.32 करोड़ और 2024-25 में 133.30 करोड़ रुपये तक बढ़ गया। इसी दौरान राजस्व 522.23 करोड़ से बढ़कर 643.14 करोड़ रुपये तक पहुंचा। पहली तिमाही 2025-26 में कंपनी ने 24.38 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 146.47 करोड़ रुपये की आय दर्ज की।
कर्ज का बोझ उतार-चढ़ाव भरा रहा, वित्त वर्ष 2024-25 में यह 236.61 करोड़ रुपये था और 2025-26 की पहली तिमाही में बढ़कर 270.11 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। कंपनी के रिजर्व और सरप्लस लगातार बढ़े और अप्रैल-जून 2025 तक 625.60 करोड़ रुपये तक पहुंचे।
ईबीआईटीडीए 2024-25 में 171.78 करोड़ रुपये रहा, जबकि पहली तिमाही 2025-26 में यह 38.97 करोड़ रुपये था। कुल मिलाकर, मिडवेस्ट लिमिटेड आईपीओ ने निवेशकों को शुरुआती मुनाफा दिया और कंपनी की वित्तीय मजबूती को प्रदर्शित किया।



