पूर्वी चंपारण, 17 जून (हि.स.)।
भारत-नेपाल सीमा पर एक बड़ी कार्रवाई में मानव तस्करी के प्रयास को विफल करते हुए एसएसबी, सामाजिक संस्थाओं और पुलिस की संयुक्त टीम ने 13 वर्षीय नेपाली नाबालिग लड़की को मानव तस्कर के चंगुल से रक्सौल में मुक्त कराया।
👮♂️ ऑनलाइन फ्रेंडशिप बना मानव तस्करी का जरिया
नाबालिग लड़की मनीषा मनाली (काल्पनिक नाम), निवासी काठमांडू, नेपाल, की एक वर्ष पहले “स्टार मेकर” ऐप पर शेख रिज़वान (काल्पनिक नाम), निवासी पूर्वी चंपारण से पहचान हुई थी। यह ऑनलाइन बातचीत प्रेम संबंध में बदल गई और रिज़वान ने लड़की को नौकरी और शादी का झांसा देकर दिल्ली ले जाने की योजना बनाई थी।
🚧 सीमा पार करते पकड़ा गया तस्कर
जब दोनों नेपाल-भारत सीमा पार कर रहे थे, तभी एसएसबी 47वीं वाहिनी की मानव तस्कर रोधी इकाई, प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर और न्याय नेटवर्क परियोजना डंकन अस्पताल की संयुक्त टीम ने उन्हें संदेह के आधार पर रोका। पूछताछ में मानव तस्करी की साजिश का खुलासा हुआ।
👥 संयुक्त टीम की तत्परता से बची मासूम की जिंदगी
तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों को हरैया थाना रक्सौल को सौंपा गया। तस्कर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और मामले की विस्तृत जांच जारी है।
🤝 अभियान में शामिल रहे:
- एसएसबी के ASI खेमराज, निर्भय कुमार, आर्यलक्ष्मी
- प्रयास जुवेनाइल एड सेंटर की आरती कुमारी
- सामाजिक कार्यकर्ता राज गुप्ता, विजय कुमार शर्मा
- न्याय नेटवर्क से गौरव कुमार एवं अन्य अधिकारी
📢 सामाजिक संदेश:
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अनजान लोगों से रिश्ते बनाते समय सतर्क रहें। हर झांसे के पीछे एक जाल हो सकता है। बच्चों की ऑनलाइन गतिविधियों पर परिवार की निगरानी बेहद जरूरी है।